Mom Dad Shayari in Hindi : दोस्तों आज इस पोस्ट में कुछ बेहतरीन और लोकप्रिय मॉम डैड शायरी का संग्रह दिया गया हैं. हमारे जीवन में मां बाप का कितना महत्व हैं. उससे पूछिए जिनकी मां बाप नहीं हैं. आज हम इस दुनिया में मां बाप की ही बदौलत हैं. मां बाप ही हैं, जो हमें दुनिया से पहली परिचय कराते हैं. हम इस दुनिया की कल्पना मां बाप के बिना नहीं कर सकते हैं.
ईश्वर तुल्य माँ – बाप का वर्णन नहीं किया जा सकता हैं. माता – पिता इन्सान के रूप में भगवान का सबसे कीमती उपहार हैं. हमारे विकाश में हमारे माता – पिता का सबसे बड़ी भूमिका होती हैं. माँ – बाप अपने बच्चों की ख़ुशी के लिए कठिन परिश्रम करते हैं.
अब आइए यहाँ पर कुछ Mom Dad Shayari in Hindi में दी गई हैं. इसको पढते हैं. हमें उम्मीद हैं की यह सभी मॉम डैड शायरी आपको पसंद आएगी. इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें.
मॉम डैड शायरी, Mom Dad Shayari in Hindi
(1) जिस के होने से मैं खुदको मुक्कम्मल मानता हूँ,
मेरे रब के बाद मैं बस अपने माँ-बाप को जानता हूँ।
(2) जब एक रोटी के चार टुकड़े हों
और खाने वाले पाँच…
तब मुझे भूख नहीं है
ऐसा कहने वाली सिर्फ माँ होती है!!
(3) मेरी दुनिया में इतनी जो शौहरत हैं,
मेरी माता पिता की बदौलत हैं।
(4) माता पिता के बिना दुनिया की हर चीज कोरी हैं,
दुनिया का सबसे सुंदर संगीत माँ की लोरी हैं।
(5) फूल कभी बार बार नहीं खिलते…
जीवन कभी बार बार नहीं मिलता…
मिलने को तो बहुत से लोग मिल जाते है…
लेकिन हज़ारो गलतियों को माफ़ करने वाले…
माँ बाप नहीं मिलते !!
(6) वों माँ ही है, जिसकी
ख़ुशी हमारी मुस्कान से है
और दुःख हमारी पीड़ा से
(7) मेरे पिता का एहसास सूरज की
भांति हैं, जो गर्म जरुर होता हैं
लेकिन अगर ना हो तो
अँधेरा छा जाता हैं
(8) इज्जत भी मिलेगी तुम्हे दौलत भी मिलेगी,
खिदमत करो माँ-बाप की जन्नत भी मिलेगी
(9) पता नहीं कैसे पत्थर की मूर्ति के लिए जगह बना लेते है
घर मैं वो लोग, जिनके घर में माता-पिता के लिए कोई
स्थान नहीं होता है
Mom Dad Shayari in Hindi
(10) जिस दिन तुम्हारे कारण माँ बाप
की आँखों में आँसू आते है….
याद रखना उस दिन तुम्हारा ….
किया सारा धर्म कर्म
आँसुओ में बह जाते है
(11) पता नहीं क्या जादू है
मेरी माँ के पैरों में जितना झुकता हूँ
उतना ही ऊपर जाता हूँ।
(12) टुकड़ों में बिखरा हुआ किसीका जिगर दिखाएँगे,
कभी आना भूखे सोए बच्चों के माँ बाप से मिलाएँगे
(13) अपनों के दरमियां सियासत फ़िजूल है
मक़सद न हो कोई, तो बग़ावत फ़िजूल है
रोज़ा, नमाज़, सदक़ा-ऐ-ख़ैरात या हो हज,
माँ बाप खुश ना हों तो, सारी इबादत फ़िजूल है
(14) मेरे बच्चे तुझे और क्या चाहिए
बूढ़े माँ बाप ने तुझको अपनी जवानी दी है !!
(15) मोहब्बत इंसान से हो तो ज़िन्दगी बन जाती है,
मगर मोहब्बत माँ-बाप से हो तो इबादत बन जाती है।
(16) मैं कैसे हार जाऊं तकलीफो के आगे,
मेरी तरक़्क़ी की आस में मेरे माँ-बाप बैठे है।
(17) माँ-बाप का दिल जीत लो कामयाब हो जाओगे,
वरना सारी दुनिया जीतकर भी तुम हार जाओगे।
(18) लाख मजबूरी हो अपने माँ-बाप का साथ कभी मत छोड़ना,
अगर धरती पे स्वर्ग देखना हो तो अपने माँ-बाप का कभी दिल मत तोडना।
(19) माँ बाप इस ज़हा मे लाते हैं,
दुनिया से रूबुरू करवाते हैं,
सारा ज़हा तुम पर कर कुर्बान,
अपनी खुशियाँ भी लूटाते हैं।
(20) माँ को चूल्हे मे जलता हुआ देखा है,
बाप को धुप मे तपता हुआ देखा है,
मेने फ़रिश्तो को तो नही देखा,
मैने माँ-बाप को ज़रूर देखा है।
मॉम डैड शायरी
(21) बस आज सबको कहनी एक छोटी सी बात है,
माँ-बाप के बिना हमारी क्या ही औकात है।
(22) दिल से निभाता रहा मैं इश्क़ की रस्मों को,
पर खुदगर्ज़ी में भला कैसे तोड़ देता माँ-बाप की कसमों को।
(23) अपना एक ख्वाब पूरा करने के लिए
वो बहुतों के ख्वाब तोड़ देते है,
बड़ी कम्बख्त होती हैं वो औलादे,
जो महबूब के लिए माँ-बाप को छोड़ देते है।
(24) औलाद के नखरे तो सिर्फ माँ-बाप उठाते हैं,
वरना दुनिया वाले तो सिर्फ उँगलियाँ उठाते हैं।
(25) मत करना नज़र अंदाज़ माँ-बाप की तकलीफों को,
जब ये बिछड़ जाते है तो,
रेशम के तकिये पर भी नींद नहीं आती।
(26) ज़ाया हो जाता हैं उन माँ-बाप का प्यार,
जब उनकी औलाद कह दे,
आपने मेरे लिए किया ही क्या है।
(27) जो माँ-बाप हमारे लिए सबसे लड़ा करते थे,
आज हम दूसरों के लिए उनसे लड़ा करते हैं।
(28) बेफिक्र रहता हूँ जनाब,
क्योंकि माँ-बाप जो साथ है,
वरना उनसे पूछो
जिनके माँ-बाप साथ नहीं होते हैं।
(29) उस खुदा से हमने बस दो ही दुआ मांगी है,
माँ-बाप की उम्र और किसी खास की खुशी मांगी है।
(30) ठोकरों से डर कर रो दें
इतने भी लाडले नहीं है,
हमें मां-बाप ने गिर कर
संभलना सिखाया है।
(31) ऐ दिल मत कर यु शिक़वा किसी के जाने को,
तेरे पास तो माँ-बाप है,
और क्या चाहिए दिल लगाने को।
(32) अजीब फितरत है इंसान की जब माँ-बाप के पास थे,
तो अपने ही ख्यालों में रहते थे,
अब माँ-बाप से दूर हैं,
तो वो ही ख्यालों में रहते हैं।
Mom Dad Shayari in hindi 2 line
(33) घर की इस बार मुकमल में तलाशी लूँगा,
गम छुपा कर मेरे माँ-बाप कहाँ रखते थे।
(34) घेर लेने को मुझे जब भी बलाएँ आ गईं,
ढाल बन कर सामने माँ-बाप की दुआएँ आ गईं।
(35) रुलाना हर किसी को आता हैं,
हँसाना भी हर किसी को आता हैं,
और जो रुला के भी ख़ुद रो पड़े वो माता पिता हैं!
(36) माँ-बाप ना बिलकुल टूटते तारो जैसे होते हैं,
जो खुद टूट जाते है पर, कभी अपने बच्चों को टूटने नहीं देते.
(37) जीवन में दो बार ही माँ बाप रोते हैं,
जब बेटी घर छोड़े, तथा बेटा मुह मोड़े.
(38) खुदा करे वो लम्हे कभी खत्म न हो,
जिन लम्हों में मेरे माँ-बाप मुस्कुरा रहे हो.
(39) माँ बाप का हाथ पकड़कर रखिये,
लोगो के पांव पकड़ने की जरूरत नही पडेगी.
(40) माँ बाप इस ज़हा मे लाते हैं,
दुनिया से रूबुरू करवाते हैं,
सारा ज़हा तुम पर कर कुर्बान,
अपनी खुशियाँ भी लूटाते हैं.
(41) मेरे लिए मेरा जहान हो तुम सबसे बड़ी पहचान हो तुम,
अगर माँ जमीन है तो पापा मेरे लिए पूरा आसमान हो तुम.
(42) सख्त राहों में भी आसान सफर लगता है,
यह मेरी माँ की दुआओं का असर लगता है.
(43) ईश्वर से तो में आज तक कभी नहीं मिला,
लेकिन इतना जनता हूँ वह मेरे माता-पिता जैसे ही दिखते होंगे.
(44) ना जरूरत उसे पूजा और पाठ की,
जिसने सेवा की अपने मां-बाप की.
(45) जो रुला कर मना ले वो पापा है,
और जो रुला कर खुद भी रोए वो मां है.
(46) दिल से निभाता रहा मैं प्यार की सभी रस्मों को,
लेकिन खुदगर्ज़ी के लिए भला कैसे तोड़ देता अपने माँ-बाप की कसमों को।
(47) बाप चाहे अमीर हो या गरीब अपनी,
औलाद के लिए वो बादशाह ही होता है !
(48) मां तुमने मुझे जिंदगी का मतलब सिखा दिया
मुझ जैसे निकम्मे को भी तुम ने एक अच्छा इंसान बना दिया
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