Best Shayari about Life – इस पोस्ट में आपको कुछ बेहतरीन Shayari on Zindagi का संग्रह दिया गया हैं. इस Shayari on Life को हमारे लोकप्रिय एवं प्रसिद्ध शायरों द्वारा लिखा गया हैं. इन सभी Zindagi Par Shayari को आप किसी रंगमंच या आयोजन में भी सुना सकते हैं.
जिन्दगी की भी अनोखी दास्तान हैं. आदमी सोचता कुछ और हैं. पर उनके साथ होता कुछ और हैं. ज़िन्दगी हमलोगों को अपना कई रूप दिखाती हैं. हमलोगों के जिन्दगी में कभी गम का पल होता हैं. तो कभी ख़ुशी का पल होता हैं. वक्त तो हमेशा बदलता रहता हैं. इसे ही लाइफ कहा जाता हैं.
बहुत सारे लोग अपने जिन्दगी में कुछ अच्छा हासिल करना चाहते हैं. लेकिन जब उनको वह नहीं मिलती हैं. तो अपने जीवन में वह सिर्फ दुःख दर्द को ही महसूस करने लगते हैं. उन लोगों के लिए यह Life Motivational Shayari उन प्रस्थिति से निकलने में मदद करती हैं.
अब आइये यहाँ पर कुछ नीचे Best Shayari about Life को पढ़ते हैं. हमें उम्मीद हैं की यह सभी Shayari on Zindagi पर आपको पसंद आयगी. इस Shayari on Life in Hindi को अपने दोस्तों के साथ भी जरुर शेयर करें.
जिंदगी पर बेहतरीन शायरी, Best Shayari about Life
(1) जिंदगी जीने के लिए मिली थी।
लोगों ने सोचने में ही गुजार दी।
Zindagi Jeene Ke Liye Mili Thi.
Logon Ne Sochne Me Hi Guzar Di.
(2) शिकवा तकदीर का ना शिकायत अच्छी,
खुदा जिस हाल में रखे वही जिंदगी है अच्छी।
Shikwa Takdeer Ka Naa Shikayat Achhi,
Khuda Jis Haal Mein Rakhe,
Wahi Zindagi Hai Achhi.
(3) जिंदगी जिन्हें खुशी नहीं देती,
उन्हें तजुर्बा जरूर दे देती है।
Zindagi Jinhe Khushi Nahi Deti,
Unhe Tazurba Jarur De Deti Hai.
(4) थक गयी मेरी जिन्दगी भी लोगों को जवाब देते-देते,
कहीं अब मेरी मौत ना लोगों का सवाल बन जाये।
Thak Gayi Meri Zindagi Bhi Logon Ko Jawab Dete Dete.
Kahin Ab Meri Maut Naa Logon Ka Sawal Ban Jaye.
(5) मेरी जिंदगी सुलगती आग है।
कभी जल गई कभी धुआं धुआं।
Meri Zindagi Sulagti Aag Hai.
Kabhi Jal Gayi Kabhi Dhuan Dhuan.
(6) जिम्मेवारियां जब कंधो पर पड़ती है,
तो अक्सर बचपन याद आ जाता हैं।
Jimmewariyan Jab Kandho Par Padti Hai,
To Aksar Bachpan Yaad Aa Jata Hai.
(7) मौत आये तो शायद दिन संवर जाये।
वरना जिंदगी ने तो मार ही डाला है।
Maut Aaye To Shayad Din Sanwar Jaye.
Warna Zindagi Ne To Maar Hi Daala Hai.
Shayari on Life
(8) अजीब तरह से गुजर गयी मेरी भी ज़िन्दगी,
सोचा कुछ, किया कुछ, हुआ कुछ, मिला कुछ।
Ajeeb Tarah Se Gujar Gayi Meri Bhi Zindagi,
Socha Kuchh, Kia Kuchh, Hua Kuchh, Mila Kuchh.
(9) जीने का हौसला कभी मरने की आरज़ू,
दिन यूँ ही धूप-छाँव में अपने भी कट गए।
Jeene Ka Hausla Kabhi Marne Ki Aarzoo,
Din Yoon Hi Dhoop-Chhaaon Mein Apne Bhi Kat Gaye.
(10) ज़िन्दगी उस अजनबी मोड़ पर ले आई है,
तुम चुप हो मुझसे और मैं चुप हूँ सबसे।
Zindagi Uss Ajnabi Mod Par Le Aayi Hai,
Tum Chup Ho Mujhse Aur Main Chup Hun Sabse.
(11) सरे-आम मुझे ये शिकायत है ज़िन्दगी से,
क्यूँ मिलता नहीं मिजाज़ मेरा किसी से।
Sar-e-Aam Mujhe Ye Shikayat Hai Zindagi Se,
Kyun Milta Nahi Mijaaz Mera Kisi Se.
(12) पहचानूं कैसे तुझको मेरी ज़िन्दगी बता,
गुजरी है तू करीब से लेकिन नकाब में।
Pahchaanu Kaise Tujh Ko Meri Zindagi Bataa,
Gujri Hai Tu Kareeb Se Lekin Naqaab Mein.
(13) फुरसत अगर मिले तो मुझे पढ़ना जरूर,
नाकाम ज़िंदगी की मुकम्मल किताब हूँ मैं।
Fursat Agar Mile To Mujhe Parhna Jaroor,
Nakaam Zindagi Ki Muqammal Kitab Hoon Main.
(14) हासिल-ए-ज़िन्दगी हसरतों के सिवा और कुछ भी नहीं,
ये किया नहीं, वो हुआ नहीं, ये मिला नहीं, वो रहा नहीं।
Hasil-e-Zindagi Hasrato Ke Siwa Aur Kuchh Bhi Nahi,
Ye Kiya Nahi, Wo Hua Nahi, Ye Mila Nahi, Wo Raha Nahi.
Shayari on Zindagi
(15) पढ़ने वालों की कमी हो गयी है आज इस ज़माने में,
वरना मेरी ज़िन्दगी का हर पन्ना मुकम्मल किताब है।
Parhne Walon Ki Kami Ho Gayi Hai Aaj Is Zamaane Mein.
Varna Meri Zindagi Ka Har Panna Mukammal Kitaab Hai.
(16) न कर शुमार कि हर शय गिनी नहीं जाती,
ये ज़िन्दगी है हिसाबों से जी नहीं जाती।
Na Kar Shumaar Ki Har Shay Gini Nahi Jaati,
Ye Zindagi Hai Hisaabon Se Jee Nahi Jaati.
(17) ऐ ज़िन्दगी, तोड़ कर हमको ऐसे बिखेर दे इस बार,
न फिर से टूट पायें हम, और न फिर से जुड़ पाए तू।
Ai Zindagi, Todkar Humko Aise Bikher De Iss Baar,
Na Fir Se Toot Payein Hum, Aur Na Fir Se Jud Paye Tu.
(18) नजरिया बदल के देख, हर तरफ नजराने मिलेंगे,
ऐ ज़िन्दगी यहाँ तेरी तकलीफों के भी दीवाने मिलेंगे।
Najariya Badal Ke Dekh Har Taraf Najraane Milenge,
Ai Zindagi Yehan Teri Takleefon Ke Bhi Deewane Milenge.
(19) ज़िन्दगी लोग जिसे मरहम-ए-ग़म जानते हैं,
जिस तरह हम ने गुज़ारी है वो हम जानते हैं।
Zindagi Log Jise Marham-e-Gham Jaante Hain,
Jis Tarah Hum Ne Gujari Hai Wo Hum Jante Hain.
(20) कुछ इस तरह से गुज़ारी है ज़िन्दगी जैसे,
तमाम उम्र किसी दूसरे के घर में रहा।
Kuchh Iss Tarah Se Gujaari Hai Zindagi Jaise,
Tamaam Umr Kisi Doosre Ke Ghar Mein Raha.
(21) छोड़ ये बात कि मिले ज़ख़्म कहाँ से मुझको,
ज़िन्दगी इतना बता कितना सफर बाकी है।
Chhod Yeh Baat Ke Mile Zakhm Kahan Se Mujhko,
Zindagi Itna Bata Kitna Safar Baaki Hai.
Best Shayari about Life
(22) अब समझ लेता हूँ मीठे लफ़्ज़ों की कड़वाहट,
हो गया है ज़िन्दगी का तजुर्बा थोड़ा थोड़ा।
Ab Samajh Leta Hun Meethhe Lafzon Ki Kaduwahat,
Ho Gaya Hai Zindagi Ka Tajurba Thoda Thoda.
(23) मुझे ज़िन्दगी का इतना तजुर्बा तो नहीं है दोस्तों,
पर लोग कहते हैं यहाँ सादगी से कटती नहीं।
Mujhe Zindagi Ka Itna Tajurba To Nahin Hai Dosto,
Par Log Kahte Hain Yehan Saadgi Se KatTi Nahi.
(24) जहाँ-जहाँ कोई ठोकर है मेरी किस्मत में,
वहीं-वहीं लिए फिरती है मेरी ज़िन्दगी मुझको।
Jahan-Jahan Koi Thhokar Hai Meri Kismat Mein,
Wahin-Wahin Liye Firti Hai Meri Zindagi Mujhko.
(25) इतनी भी बदसलूकी ना कर… ऐ ज़िन्दगी,
हम कौन सा यहाँ बार-बार आने वाले हैं।
Itni Bhi Bad-Saluki Na Kar… Ai Zindagi,
Hum Kaun Sa Yehan Baar-Baar Aane Wale Hain.
(26) मुझ से नाराज़ है तो छोड़ दे तन्हा मुझको,
ऐ ज़िन्दगी मुझे रोज़-रोज़ तमाशा न बनाया कर।
Mujh Se Naaraaj Hai To Chhod De Tanha Mujhko,
Ai Zindagi Mujhe Roz-Roz Tamasha Na Banaya Kar.
(27) फिक्र है सबको खुद को सही साबित करने की,
जैसे ये ज़िंदगी, ज़िंदगी नहीं, कोई इल्जाम है।
Fikr Hai Sabko Khud Ko Sahi Sabit Karne Ki,
Jaise Zindagi, Zindagi Nahi Koi Iljaam Hai.
(28) हर बात मानी है तेरी सिर झुका कर ऐ ज़िंदगी,
हिसाब बराबर कर तू भी तो कुछ शर्तें मान मेरी।
Har Baat Maani Hai Teri Sar Jhuka Kar Ai Zindagi,
Hisaab Barabar Kar Tu Bhi Toh Kuchh Shartein Maan Meri.
Zindagi Par Shayari
(29) पहले से उन कदमों की आहट जान लेते हैं,
तुझे ऐ ज़िंदगी हम दूर से पहचान लेते हैं।
Pehle Se Un Kadamon Ki Aahat Jaan Lete Hain,
Tujhe Ai Zindagi Hum Dur Se Pehchaan Lete Hain.
(30) देखा है ज़िंदगी को कुछ इतना करीब से,
चेहरे तमाम लगने लगे हैं अब तो अजीब से।
Dekha Hai Zindagi Ko Kuchh Itna Kareeb Se,
Chehre Tamaam Lagne Lage Hain Ab Toh Ajeeb Se.
(31) जो लम्हा साथ है उसे जी भर के जी लेना,
ये कम्बख्त जिंदगी भरोसे के काबिल नहीं है।
Jo Lamha Saath Hai Use Jee Bhar Ke Jee Lena,
Yeh Kambakht Zindagi Bharose Ke Kabil Nahi Hai.
(32) थक गया हूँ तेरी नौकरी से ऐ जिन्दगी,
मुनासिब होगा मेरा हिसाब कर दे।
Thak Gaya Hoon Teri Naukari Se Ai Zindgi,
Munaasib Hoga Mera Hisaab Kar De.
(33) ग़ैरों से पूछती है तरीका निज़ात का
अपनों की साजिशों से परेशान ज़िंदगी।
Ghairo Se Puchhti Hai Tareeka Nizaat Ka,
Apno Ki Saajishon Se Pareshaan Zindagi.
(34) सिर्फ सांसे चलते रहने को ही ज़िन्दगी नही कहते
आँखों में कुछ ख़वाब और दिल में उम्मीदे होना जरूरी है
sirf sanse chalte rahne ko hi zindagi nehi kahte
ankhon mein kuch khwab aur dil mein ummid hona zaruri ha
(35) वक़्त अच्छा ज़रूर आता है..
पर कभी वक़्त पर नहीं आता…!!
waqt achcha zarur ata ha,
par kabhi waqt par nhi ata..!!
Two Line Status in Hindi on Life
(36) ज़रा मुस्कुराना भी सीखा दे ऐ ज़िंदगी
रोना तो पैदा होते ही सीख लिया था
zara muskurana bhi sikha de ye zindagi
rona to pyada hi sikh liya tha
(37) अगर जिंदगी में भरोसा खुद पर हो तो ताकत बन जाती है,
और वही भरोसा दूसरो पर हो तो कमज़ोरी बन जाती है।
Agar zindagi mein bharosa khud par ho to taqat ban jati ha,
aur bahi bharosa dusro par ho to kamzori ban jati ha.
(38) मंजिलें मुझे छोड़ गयी रास्तों ने संभाल लिया,
जिंदगी तेरी जरूरत नहीं मुझे हादसों ने पाल लिया।
Manzil mujhe chod gyi raston ne samhal liya
zindagi teri zaroorat nehi mujhe hadsoon ne pal liya
(39) यूँ तो ए ज़िन्दगी तेरे सफर से शिकायते बहुत थी,
मगर दर्द जब दर्ज कराने पहुँचे तो कतारे बहुत थी !!
Yoon to a zindagi tere safar se sikayate bahut thi,
magar dard jab darj karane pahunche to katare bahut thi
(40) जिंदगी में क्यों भरोसा करते हो गैरों पर,
जब चलना है अपने ही पैरों पर
zindagi mein kyon bharosa karte ho gauron par,
jab chalna ha apne hi pairon par
(41) रफ़्तार कुछ इस कदर तेज़ हुई है जिन्दगी की,
कि सुबह का दर्द शाम को पुराना हो जाता है।
Raftaar Kuchh Is Kadar Tez Hui Hai Zindagi Ki,
Ki Subah Ka Dard Shaam Ko Purana Ho Jaata Hai.
(42) हजारों उलझनें राहों में और कोशिशें बेहिसाब,
इसी का नाम है ज़िन्दगी चलते रहिये जनाब।
Hajaron Uljhanen Rahon Mein Aur Koshishen Behisab,
Isi Ka Naam Hai Zindagi Chalte Rahiye Janaab.
Best Shayari on Life
(43) जूझती रही… बिखरती रही… टूटती रही,
कुछ इस तरह ज़िन्दगी… निखरती रही।
Joojhti Rahi…. Bikharti Rahi… TootTi Rahi,
Kuchh Is Tarah Zindagi… Nikharti Rahi.
(44) जी रहे है तेरी शर्तो के मुताबिक़ ए जिंदगी,
दौर आएगा कभी, हमारी फरमाइशो का भी।
Jee Rahe Hain Teri Sharto Ke Mutaabiq-E-Zindagi,
Daur Aaega Kabhi, Hamari Farmaisho Ka Bhi.
(45) उदासियों की वजह तो बहुत सारी हैं ज़िन्दगी में,
पर बेवजह खुश रहने का मज़ा ही कुछ और है।
Udasiyon Ki Bajah To Bahut Sari Hain Zindagi Me,
Par Bevajah Khush Rahne Ka Maza Hi Kuchh Aur Hai.
(46) तुझसे कोई शिकायत नहीं है ऐ जिदंगी
जो भी दिया है वही बहुत है मेरे लिए।
Tujhse Koi Shikayat Nahin Hai Ai Zindagi,
Jo Diya Hai Wahi Bahut Hai Mere Liye.
(47) नही मांगता ए खुदा की जिंदगी 100 साल की दे,
दे भले चंद लम्हो की मगर कमाल की दे।
Nahin mangata e-khuda ki zindagi 100 saal ki de,
De bhale chand lamho ki magar kamaal ki de.
(48) ज़िन्दगी का मामला भी अजीब है साहब,
ठोकर देकर संभालना सिखाया !!
Zindagi Ka Mala Bhi Ajeeb Hai Sahab,
Thokar Dekar Sambhalna Sikhaya !!
(49) ज़िन्दगी तो तब पलट गयी मेरी,
जब मुझे गिराने वाला कोई अपना निकला !!
Zindagi To Tab Palat Gayi Meri,
Jab Mujhe Girane Wala Koi Apna Nikla !!
Two Line Shayari in Hindi on Life
(50) ज़माने ने तो होशियार बनाया है मुझे,
कभी हम भी अच्छे हुआ करते थे !!
Jamane Ne To Hoshiyar Banaya Hai Mujhe,
Kabhi Hum Bhi Ache Hua Karte The !!
(51) उलझ गयी जिंदगी हर सवाल को सुलझाने में,
फिर न जिंदगी सुलझी न ही जिंदगी के सवाल!!
Uljh Gayi Zindagi Har Sawaal Ko Suljhane Me,
Fir Na Zindagi Sulajhi Na Hi Zindagi Ke Sawaal!!
(52) सस्ते में लूट लेती है यह दुनिया अक्सर उन्हें,
जिन्हें खुद की कीमत का अंदाजा नहीं होता।
saste Mein loot Leti Hai yah Duniya Aksar unhen,
jinhe Khud ki kimat ka andaza Nahin Hota…
(53) हमेशा हंसते रहिए एक दिन आपको,
परेशान करते करते जिंदगी भी थक जाएगी।
Hamesha haste rahiye Ek Din aapko,
pareshan Karte Karte Jindagi bhi thak Jayegi.
(54) कोई सुलह करवा दे जिंदगी की उलझनों से,
बड़ी तलब सी लगी है आज मुस्कुराने की।
Koi sulah Karva De Jindagi Ki uljhano se,
Badi Talab Si lagi hai aaj muskurane ki.
(55) कुछ इस तरह फ़कीर ने ज़िन्दगी की मिसाल दी,
मुट्ठी में धूल ली और हवा में उछाल दी
Kuch Is Tarah Fakir Ne Jindagi Ki Misal Di,
Mutthi Mein dhaul li Aur Hawa Mein Uchhal Di.
(56) बड़े होंगे तो जिएंगे जिंदगी अपने हिसाब से,
बचपन के इस ख्याल पर अब बहुत हंसी आती है..
Bade Honge to Jiyenge Jindagi Apne hisab se,
bachpan ke is Khyal per ab bahut Hansi Aati Hai…
Best Hindi Shayari on Life
(57) मुस्कुराकर हर जख्म सहने की आदत क्या हो गई,
जिंदगी तो हर सितम मुझ पर ही आजमाने लगी है।
muskurakar Har jakhm sahne ki Aadat kya ho gai,
Jindagi To Har Sitam Mujh per bhi aajmane Lagi Hai.
(58) ज़िन्दगी एक हसीन ख़्वाब है,
जिसमें जीने की चाहत होनी चाहिये,
ग़म खुद ही ख़ुशी में बदल जायेंगे,
सिर्फ मुस्कुराने की आदत होनी चाहिये।
Zindagi Ek Haseen Khwab Hai,
Jisme Jeene Ki Chahat Honi Chahiye,
Gham Khud Khushi Me Badal Jayenge,
Sirf Muskurane Ki Aadat Honi Chahiye!
(59) हो के मायूस न यूं शाम से ढलते रहिये,
ज़िन्दगी भोर है सूरज सा निकलते रहिये,
एक ही पाँव पे ठहरोगे तो थक जाओगे,
धीरे-धीरे ही सही राह पे चलते रहिये।
Ho Ke Mayoos Na Yun Shaam Se Dhalte Rahiye,
Zindagi Bhor Hai Suraj Sa Nikalte Rahiye,
Ek Hi Paav Pe Thehroge Toh Thak Jaoge,
Dheere Dheere Hi Sahi Raah Pe Chalte Rahiye.
(60) पढ़ने वालों की कमी हो गयी है
आज इस ज़माने में…
वरना मेरी ज़िन्दगी का हर पन्ना,
पूरी किताब है।
Parhne Walon Ki Kami Ho Gayi Hai
Aaj Is Zamaane Mein…
Varna Meri Zindagi Ka Har Panna,
Puri Kitaab Hai!
(61) वही रंजिशें वही हसरतें,
न ही दर्द-ए-दिल में कमी हुई,
है अजीब सी मेरी ज़िन्दगी,
न गुज़र सकी न खत्म हुई।
Wohi Ranjishen Wohi Hasratein,
Na Hi Dard-E-Dil Me Kami Huyi,
Hai Azeeb Si Meri Zindagi,
Na Gujar Saki Na Khatm Huyi.
(62) अब तो अपनी तबियत भी जुदा लगती है,
सांस लेता हूँ तो ज़ख्मों को हवा लगती है,
कभी राजी तो कभी मुझसे खफा लगती है,
जिंदगी तू ही बता तू मेरी क्या लगती है।
(63) हद-ए-शहर से निकली तो गाँव गाँव चली,
कुछ यादें मेरे संग पाँव पाँव चली,
सफ़र जो धूप का किया तो तजुर्बा हुआ,
वो जिंदगी ही क्या जो छाँव छाँव चली।
Had-E-Shahar Se Nikali To Gaon-Gaon Chali,
Kuchh Yaadein Mere Sang Paaon Paaon Chali,
Safar Jo Dhoop Ka Kiya To Tazurba Hua,
Woh Zindgi Hi Kya Jo Chhao-Chhao Chali.
Best Shayari about Life
(64) थोड़ी मस्ती थोड़ा सा ईमान बचा पाया हूँ,
ये क्या कम है मैं अपनी पहचान बचा पाया हूँ,
कुछ उम्मीदें, कुछ सपने, कुछ महकती यादें,
जीने का मैं इतना ही सामान बचा पाया हूँ।
Thodi Masti Thoda Sa Imaan Bacha Paya Hun,
Yeh Kya Kam Hai Main Apni Pahchaan Bacha Paya Hun,
Kuchh Ummidein, Kuchh Sapne, Kuchh Mahekti Yaadein,
Jeene Ka Main Itna Hi Saaman Bacha Paya Hun.
(65) ज़िन्दगी से पूछिये ये क्या चाहती है,
बस एक आपकी वफ़ा चाहती है,
कितनी मासूम और नादान है ये,
खुद बेवफा है और वफ़ा चाहती है।
Zindgi Se Puchhiye Yeh Kya Chahti Hai,
Bas Ek Aapki Wafa Chahti Hai,
Kitni Masoom Aur Nadaan Hai Yeh,
Khud Bewafa Hai Aur Wafa Chahti Hai.
(66) बड़े ही अजीब हैं ये ज़िन्दगी के रास्ते,
अनजाने मोड़ पर कुछ लोग अपने बन जाते हैं,
मिलने की खुशी दें या न दें,
मगर बिछड़ने का गम ज़रूर दे जाते हैं।
Bade Hi Ajeeb Hain Ye Zindagi Ke Raaste,
Anjane Mod Par Kuchh Log Apne Ban Jate Hain,
Milne Ki Khushi Dein Ya Na Dein,
Magar Bichadne Ka Gam Zaroor De Jate Hain.
(67) ज़िन्दगी सिर्फ मोहब्बत नहीं कुछ और भी है,
ज़ुल्फ़-ओ-रुखसार की जन्नत नहीं कुछ और भी है,
भूख और प्यास की मारी हुई इस दुनिया में,
इश्क ही इक हकीकत नहीं कुछ और भी है।
Zindagi Sirf Mohabbat Nahi Kuchh Aur Bhi Hai,
Zulf-o-Rukhsaar Ki Jannat Nahi Kuchh Aur Bhi Hai,
Bhookh Aur Pyaas Ki Maari Huyi Iss Duniya Mein,
Ishq Hi Ek Hakiqat Nahi Kuchh Aur Bhi Hai.
(68) जुगनुओं की रोशनी से तीरगी हटती नहीं,
आइने की सादगी से झूठ की पटती नहीं,
ज़िन्दगी में गम नहीं फिर इसमें क्या मजा,
सिर्फ खुशियों के सहारे ज़िन्दगी कटती नहीं।
Jugnuon Ki Roshni Se Teergi HatTi Nahi,
Aayine Ki Saadgi Se Jhoothh Ki PatTi Nahi,
Zindagi Mein Gham Nahi Fir Ismein Kya Mazaa,
Sirf Khushion Ke Sahare Zindagi KatTi Nai.
(69) कितना और बदलूं खुद को
ज़िन्दगी जीने के लिए,
ऐ ज़िन्दगी, मुझको थोड़ा सा
मुझमें बाकी रहने दे।
Kitna Aur Badloon Khud Ko
Zindagi Jeene Ke Liye,
Ai Zindagi Mujhko Thoda Sa
Mujh Mein Baki Rehne De.
(70) खुशी में भी आँख आँसू बहाती रही,
जरा सी बात हमें देर तलक रुलाती रही,
कोई खो के मिल गया तो कोई मिल के खो गया,
ज़िन्दगी हम को बस ऐसे ही आज़माती रही।
Khushi Mein Bhi Aankh Aansoo Bahati Rahi,
Jara Si Baat Humein Der Talak Rulaati Rahi,
Koi Kho Ke Mil Gaya To Koi Mil Ke Kho Gaya,
Zindagi Humko Bas Aise Hi Aazmaati Rahi.
Shayari on Zindagi
(71) हँसकर जीना ही दस्तूर है ज़िंदगी का,
एक यही किस्सा मशहूर है ज़िंदगी का,
बीते हुए पल कभी लौट कर नहीं आते,
यही सबसे बड़ा कसूर है ज़िंदगी का।
Hanskar Jeena Hi Dastoor Hai Zindagi Ka,
Ek Yehi Kissa MashHoor Hai Zindagi Ka,
Beete Huye Pal Kabhi Laut Kar Nahi Aate,
Yehi Sabse Bada Kasoor Hai Zindagi Ka.
(72) किसी को इतना भी ना चाहो की भुला न सको।
क्योंको जिंदगी, इंसान और मोहब्बत,
तीनों बेवफा है।
Kisi Ko Itna Bhi Naa Chaho Ki Bhula Naa Sako.
Kyonki Zindagi, Insaan Aur Mohabbat,
Tino Bewafa Hain.
(73) नींद आना खत्म हो जाये जहाँ से।
बस जिंदगी के सफर की शुरुआत,
वहीं से होती है।
Neend Aana Khatm Ho Jaye Jahan Se.
Bas Zindagi Ke Safar Ki Shuruat,
Wahi Se Hoti Hai.
(74) कितना ही सुलझ जाये,
अपने से हम।
ये जिंदगी अपनी बातों में हमें,
कभी-कभी उलझा ही लेती है।
Kitna Hi Sulajh Jaye,
Apne Se Hum.
Ye Zindagi Apni Baaton Me Hamein,
Kabhi Kabhi Uljha Hi Leti Hai.
(75) ये मत पूछना कि जिंदगी,
खुशी कब देती है?
क्योंकि शिकायतें तो उन्हें भी है,
जिन्हें जिंदगी सब कुछ देती है।
Ye Mat Puchhna Ki Zindagi,
Khusi Kab Deti Hai?
Kyonki Shikayaten To Unhe Bhi Hai,
Jinhe Zindagi Sab Kuchh Deti Hai.
(76) जिंदगी इतनी भी बुरी नहीं है कि,
मरने को दिल चाहे।
बस कुछ लोग इतना दर्द देते हैं कि,
जीने का दिल नहीं करता।
Zindagi Itni Bhi Buri Nahi Hai Ki,
Marne Ka Dil Chahe.
Bas Kuchh Log Itna Dard Dete Hain Ki,
Jeene Ka Dil Nahi Karta.
(77) जितना चाहे रुला ले मुझको,
तू ऐ जिन्दगी।
हँसकर गुजार दूंगा तुझको,
ये मेरी भी जिद है।
Jitna Chahe Rula Le Mujhko,
Tu E Zindagi.
Hanskar Guzar Dunga Tujhko,
Ye Meri Bhi Zidd Hai.
Shayari on Life
(78) कुछ रहम कर ऐ जिंदगी,
थोडा संवर जाने दे।
तेरा अगला जख्म भी सह लेंगे,
पहले वाला तो भर जाने दे।
Kuchh Raham Kar E Zindagi,
Thoda Sanwar Jane De.
Tera Agla Zakhm Bhi Seh Lenge,
Pehle Wala To Bhar Jane De.
(79) ये जिंदगी है, साहब!
यहाँ पीठ पीछे छुरा मारने वाले निर्दोष,
और भरोसा करने वाले को दोषी मानते है।
Ye Zindagi Hai Sahab.
Yahan Peeth Pichhe Chura Marne Wale Nirdosh,
Aur Bharosha Karne Wale Ko Doshi Mante Hai.
(80) जिंदगी में अपनापन तो हर कोई दिखाता है।
पर अपना कौन है?
यह तो सिर्फ वक्त ही बताता है।
Zindagi Me Apnapan To Har Koi Dikhata Hai.
Par Apna Kaun Hai?
Yah To Sirf Waqt Hi Batata Hai.
(81) हसरतें कुछ और है,
वक्त की इल्तिजा कुछ और है।
कौन जी सका है जिंदगी अपने मुताबिक।
दिल चाहता कुछ और है,
होता कुछ और है।
Hasraten Kuchh Aur Hai,
Waqt Ki Iltja Kuchh Aur Hai.
Kaun Ji Saka Hai Zindagi Apne Mutabik?
Dil Chahta Kuchh Aur Hai,
Hota Kuchh Aur Hai.
(82) जब चलना नहीं आता था,
तब कोई गिरने नहीं देता था।
और जब चलना सीख लिया तो,
हर कोई गिराने में लगा है।
Jab Chalna Nahi Aata Tha,
Tab Koi Girne Nahi Deta Tha.
Aur Jab Chalna Sikh Liya Toh,
Har Koi Girane Me Laga Hai.
(83) ऐ नसीब…!
जरा एक बात तो बता।
तू सबको आजमाता है,
या मुझसे ही दुश्मनी है।
E Naseeb…!
Jara Ek Baat To Bata.
Tu Sabko Aajmata Hai,
Ya Mujhse Hi Dushmani Hai.
(84) जिंदगी में जो हम चाहते हैं,
वो आसानी से नहीं मिलता।
लेकिन जिंदगी का सच यह है, कि
हम भी वही चाहते हैं,
जो आसान नहीं होता।
Zindagi Mein Jo Hum Chahte Hain,
Wo Aasani Se Nahi Milta.
Lekin Zindagi Ka Ek Sach Yah Hai Ki
Hum Bhi Wahi Chahte Hain,
Jo Aasan Nahi Hota.
Zindagi Par Shayari
(85) शिकायत मौत से नहीं,
अपनो से थी मुझे।
जरा सी आंख बंद क्या हुई?
लोग कब्र खोदने लगे।
Shikayat Maut Se Nahi,
Apno Se Thi Mujhe.
Jara Se Aankh Band Kya Hui?
Log Kabr Khodne Lage.
(86) ज़िंदगी है थोड़ा आहिस्ता चल,
कट ही जाएगा सफ़र आहिस्ता चल,
एक अंधी दौड़ है किस को ख़बर,
कौन है किस राह पर आहिस्ता चल! ?
Zindagi hai thoda aahista chal,
kat hi jaega safar aahista chal,
ek andhi daud hai kis ko khabar,
kaun hai kis raah par aahista chal! ?
(87) मुस्कुराओ क्या गम है,
जिंदगी में टेंशन किसको कम है,
अच्छा या बुरा तो केवल भ्रम है,
जिंदगी का नाम ही.. कभी खुशी कभी गम है!!
Muskurao Kya Gum Hai.
Zindagi Me Tension Kisko Kam Hai.
Achchha Ya Bura To Kewal Bhram Hai
Zindagi Ka Nam Hi.. Kabhi Khushi Kabhi Gam Hai.
(88) आहिस्ता चल ऐ ज़िन्दगी
कुछ क़र्ज़ चुकाने बाकी हैं,
कुछ के दर्द मिटाने बाकी हैं
कुछ फ़र्ज़ निभाने बाकी हैं।
Ahista Chal Ai Zindagi
Kuch Karz Chukane Hain,
Kuch Ke Dard Mitane Baki Hain,
Kuch Farz Nibhane Baki Hain.
(89) लोग डूबते हैं तो समंदर को दोष देते हैं,
मंजिल न मिले तो मुकद्दर को दोष देते हैं,
खुद तो संभल कर चल नहीं सकते लोग,
जब ठोकर लगती है तो पत्थर को दोष देते हैं।
Log Dubte Hain To Samandar Ko Dosh Dete Hain,
Manjil Na Mile To Mukaddar Ko Dosh Dete Hain,
Khud To Sabhal Kar Chal Nahin Sakte Log,
Jab Thhokar Lagti Hai To Patthar Ko Dosh Dete.
(90) वही रंजिशें वही हसरतें,
न ही दर्द ए दिल में कमी हुई,
है अजीब सी मेरी ज़िन्दगी,
न गुजर सकी न खत्म हुई।
Wahi Ranjishen Wahi Hasratein,
Na Hi Dard e Dil Me Kami Huyi,
Hai Ajeeb Si Meri Zindagi,
Na Gujar Saki Na Khatm Huyi.
जिंदगी पर बेहतरीन शायरी
(91) कल न हम होंगे न कोई गिला होगा,
सिर्फ सिमटी हुई यादों का सिलसिला होगा,
जो लम्हे हैं चलो हँसकर बिता लें,
जाने कल ज़िन्दगी का क्या फैसला होगा।
Kal Na Hum Honge Na Koi Gila Hoga,
Sirf Simti Hui Yaadon Ka Silsila Hoga,
Jo Lamhe Hain Chalo Haskar Bita Lein,
Jaane Kal Zindagi Ka Kya Faisla Hoga.
(92) जिंदगी बहुत खूबसूरत है, जिंदगी से प्यार करो,
अगर हो रात तो, सुबह का इंतजार करो,
वो पल भी आएगा जिसका तुझे इंतेज़ार है,
बस उस खुदा पर भरोसा और वक्त पर ऐतवार करो।
Zindagi Bahut Khoobasurat Hai, Zindagi Se Pyar Karo,
Agar Ho Raat To, Subah Ka Intajaar Karo,
Wo Pal Bhi Aaega Jiska Tujhe Intezaar Hai,
Bas Us Khuda Par Bharosa Aur Wakt Par Aitavaar Karo.
(93) ए ज़िन्दगी तू मुझे उड़ना सिखा दे,
मुझे हालातों से लड़ना सिखा दे,
हर हाल में खुश रहना सिखा दे,
और हर हार से तू मुझे जीतना सिखा दे।
Ai Zindagi Tu Mujhe Udna Sikha De,
Mujhe Halaton Se Ladna Sikha De,
Har Haal Mein Khush Rahna Sikha De,
Aur Har Haar Se Tu Mujhe Jeetna Sikha De.
(94) मैंने जिन्दगी से पूछा..
सबको इतना दर्द क्यों देती हो?
जिन्दगी ने हंसकर जवाब दिया,
मैं तो सबको ख़ुशी ही देती हूँ,
पर एक की ख़ुशी दुसरे का दर्द बन जाती है।
Maine Zindagi Se Poochha…
Sabko Itna Dard Kyon Deti Ho?
Zindagi Ne Hanskar Jawaab Diya,
Main To Sabko Khushi Hi Deti Hoon,
Par Ek Ki Khushi Dusre Ka Dard Ban Jaati Hai.
(95) हर रोज गिर कर भी
मुकम्मल खड़े है
ऐ ज़िन्दगी देख,
मेरे होंसले तुझसे भी बड़े है।
Har roj gir kr bhi mukammal khade ha
a zindagi dekh mere hosle tumse bhi bade ha
(96) कंधे पर बैग आज भी है
बस फर्क इतना है ,
कि पहले किताबें लेकर घूमता था
और आज जिम्मेदारियां लेकर घूमता हूं।
kandhe per bag Aaj Bhi Hai
Bus Fark Itna hai,
ki pahle kitabe Lekar ghumta tha
aur aaj jimmedariyan Lekar ghumta hun.
(97) मायने ज़िन्दगी के बदल गये अब तो
कई अपने मेरे बदल गये अब तो,
करते थे बात आँधियों में साथ देने की
हवा चली और सब मुकर गये अब तो।
maayane zindagi ke badal gaye ab to
kaee apane mere badal gaye ab to,
karate the baat aandhiyon mein saath dene ki
hawa chali aur sab mukar gaye ab to.
(98) यह मेरा टूटना और टूट कर बिखर जाना,
कोई इत्तेफाक नहीं है,
किसी ने बहुत मेहनत की है
मुझे इस हाल तक पहुंचाने के लिए।
yah mera tootana aur toot kar bikhar jaana,
koi ittephaak nahin hai,
kisi ne bahut mehanat ki hai
mujhe is haal tak pahunchaane ke liye.
Best Hindi Shayari on Life
(99) हथेली पर रखकर, नसीब अपना
क्यूँ हर शख्स, मुकद्दर ढूँढ़ता है
अजीब फ़ितरत है, उस समुन्दर की
जो टकराने के लिए, पत्थर ढूँढ़ता है
hatheli par rakhakar, naseeb apana
kyoon har shakhs, mukaddar dhoondhata hai
ajeeb fitarat hai, us samundar ki
jo takaraane ke liye, patthar dhoondhata hai
(100) शुक्रिया ज़िन्दगी जीने का हुनर सिखा दिया,
कैसे बदलते हैं लोग चंद कागज़ के टुकड़ो ने बता दिया,
अपने परायों की पहचान को आसान बना दिया,
शुक्रिया ऐ ज़िन्दगी जीने का हुनर सिखा दिया।
Shukriya Jindagi Jeene Ka hunar Sikha Diya
Kaise Badalte Hain Log Chand kagaj Ke Tukdon Ne Bata Diya,
Apne pariyon ki pahchan ko Aasan bana diya
Shukriya Aye Jindagi Jeene Ka hunar Sikha Diya.
(101) मंजिलें तो हासिल कर ही लेगें
कभी किसी रोज
ठोकरें कोई जहर तो नहीं
जो खाकर मर जायेगें
manjilen to haasil kar hi legen kabhi kisi roj
thokaren koi jahar to nahin jo khaakar mar jaayegen.
(102) ज़िन्दगी हर हाल में एक मुकाम माँगती है,
किसी का नाम तो किसी से ईमान माँगती है
बड़ी हिफाजत से रखना पड़ता है दोस्त इसे
रूठ जाए तो मौत का सामान माँगती हैं
Jindagi Har Hal mein Main Ek Mukam mangti hai
Kisi Ka Naam to Kisi Se Iman mangti hai,
Badi Hiffajat se Rakhna padta hai Dost ise
Ruth Jaaye to Maut Ka Saman mangti hai.
(103) तकदीरें बदल जाती हैं,
जब ज़िन्दगी का कोई मकसद हो;
वर्ना ज़िन्दगी कट ही जाती है
‘तकदीर’ को इल्ज़ाम देते देते.
takdeer Badal Jaati Hain Jab
Jindagi Ka Koi maksad Ho,
Varna Jindagi cut hi Jaati Hai
takdeer Koi exam date date.
(104) शिकायते तो बहुत है तुझसे ऐ जिन्दगी,
पर चुप इसलिये हूँ कि, जो दिया तूने,
वो भी बहुतो को नसीब नहीं होता.
Shikayaten to bahut Hai Tujhse Aye Jindagi
per chup is Liye hun Ki, jo Diya Tune,
Vo bhi bhuton ko Naseeb Nahin Hota.
(105) बेहिसाब हसरतों के बीच,
तलाश सब की एक ही है
एक टुकड़ा सुकून का।
behisab hasraton Ke bich,
Talash Sabki ek hi hai.
“Ek tukra sukun ka”
(106) थोड़ा इंसानो को समझना
सीखिये जनाब,
यूँ मुस्कान देखकर दर्द का अंदाजा
नहीं लगा सकते !!
Thoda Insaano Ko Samjhna
Sikhiye Janab,
Yun Muskaan Dekhkar Dard Ka Andaaza
Nahi Lga Sakte !!
(107) मेरी ही जिंदगी में मुझे
उलझा कर चले जाते हैं,
लोग कुछ समझते नहीं बस समझा के चले जाते हैं !!
Meri Hi Zindagi Me Mujhe
Uljha Kar Chale Jate Hai,
Log Kuch Samajhte Nahi Bas
Samajha Ke Chale Jate Hai !!
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