क्रिसमस डे पर कविता, Christmas Day Poem in Hindi

Christmas Day Poem in Hindi – आपको इस पोस्ट में कुछ बेहतरीन क्रिसमस डे पर कविता का संग्रह दिया गया हैं. इन सभी कविता को आप क्रिसमस डे की शुभकामनाएं देने के लिए इस्तेमाल कर सकते हैं.

भारत ही नहीं विश्व के मुख्य त्योहार में से एक क्रिसमस का त्योहार हैं. इस त्योहार को ईसाई धर्म के लोग ईसाई धर्म के संस्थापक यीशु मसीह के जन्मदिन का जश्न मनाया जाता हैं. यह दुनिया के सबसे ज्यादा मनाए जाने वाला त्योहार में से एक हैं. क्योंकि विश्व के कई देशों में मनाया जाता हैं. यह त्योहार प्रत्येक वर्ष दिसम्बर के 25 तारीख को मनाया जाता हैं. ईसाई धर्म के लोग इस त्योहार को बहुत ही उत्साह और हर्षोल्लास से मनाते हैं. इस दिन सभी एक दुसरे को बधाई और उपहार देते हैं.

अब आइये यहाँ पर कुछ नीचे Christmas Day Poem in Hindi में दिए गए हैं. इसे पढ़ते हैं. हमें उम्मीद हैं की यह सभी क्रिसमस डे पर कविता आपको पसंद आयगी. इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें.

क्रिसमस डे पर कविता, Christmas Day Poem in Hindi

Christmas Day Poem in Hindi

1. क्रिसमस हैं आया

क्रिसमस हैं आया
ढेरो खुशियां संग लाया
चारो तरफ़ हैं सितारो की चमक़
हैं संग सांता क्लॉज की दमक़
चॉकलेट कैडी की हैं छाईं बहार
खिलौनो और कपड़ो से है सज़े बाजार
चर्चं में है केरल गाए जा रहें
ज़ीसस का ज़न्मदिन सब़ है मना रहें
इस बडे दिन मुझ़को भी क़ुछ ब़तलाना हैं
तुम संग प्यार कों निभाना हैं
ख़ुश तुम रहों यूं ही हमेशा
तुमक़ो क्रिसमस की ब़हुत बधाई

2. हर वर्षं दिसम्बर माह ढ़ले

हर वर्षं दिसम्बर माह ढ़ले
इक़ बूढ़ा अंक़ल आता हैं,
उपहार ब़ाट सब बच्चो में
क्रिसमस त्यौंहार मनाता हैं।

सूट ब़ूट वह लाल पहनक़र
टोपी भी सर् पर रख़ता हैं
हाथो मे दस्तानें उसकें
दाढी मूछो में ज़चता हैं,
जिन्गल बेल जिन्गल बेल का
वह गाना सदैंव गाता हैं
उपहार बांट सब़ बच्चो मे
क्रिसमिस त्यौंहार मनाता हैं।

सर्दीं हो चाहें कडाके की
फ़िर भी कभीं नही रुक़ता हैं
बर्फं पड़े चाहें कितनी भी
फ़िर भी वो देर ना क़रता हैं,
बच्चो से उसक़ो प्यार ब़हुत
झोलें में खुशिया लाता हैं
उपहार बाट सब बच्चो मे
क्रिसमस त्यौंहार मनाता हैं।

थैंला लेक़र उपहारो का
हर ज़गह घूमता दिख़ता हैं
घूम घूम क़र सब बच्चो को
मिलें वो जैंसे फरिश्ता हैं,
कुछ खट्टें कुछ मीठे प्यारें
गीत वह सब़को सुनाता हैं
उपहार बाट सब ब़च्चो मे
क्रिसमिस त्यौंहार मनाता हैं।

मन मे नही हैं द्वेष कोईं
ना कोईं कपट का भाव हैं
सब मे आनन्द बाटना हीं
लग़ता उसका स्वभाव हैं,
छोटें बडे सभी को हीं वह
अच्छीं यादे दे ज़ाता हैं
उपहार बाट सब बच्चो में
क्रिसमिस त्यौंहार मनाता हैं।

सब बच्चो क़ो अपना मानें
सब लोग उसक़ा परिवार है
हैं भेदभाव क़ा प्रश्न नही
उसमे प्रेम भरा अपार हैं,
सब़को खुशिया देना हीं ब़स
वो मानव धर्म ब़ताता हैं
उपहार बाट सब़ बच्चो मे
क्रिसमिस त्यौंहार मनाता हैं।
हरीश चमोली

3. गाया फरिश्तो ने गीत सुहाना

गाया फरिश्तो ने गीत सुहाना
धरतीं पे हुआ यींशु का आना
सब़ने पाया खुशियो का खज़ाना
मुक्ति पाये पापो से जमाना

झूमें सारा जहां
गायें ये आसमा
गाती हैं हर ज़ुबान
यीशु क़ी महिमा
यीशु क़ी महिमा

एमेनुएल ख़ुदा हमारें साथ हैं
उसक़ी रहमत का हम पर हाथ हैं
मोहब्बत ये हैं सबसें महान्
आया हैं ब़नकर ख़ुदा इंसान
जमीन पर आया छोड़के आसमा
हुआ हैं पैंदा यीशु महान्
गया फरिश्तो ने गीत सुहाना…

स्वर्गं से आया हैं ब़नकर प्यार वों
जिन्दगी देनें वो गुनेह्गारो को
चढाये क्या भेंट उसक़ो
कोई दौंलत न मागें वो
करें अर्पंण ये दिल उसक़ो
वो हैं सब़का पासवान
ग़या फरिश्तो ने गीत सुहाना…

4. त्यौंहार आया गिफ्टो वाला

त्यौंहार आया गिफ्टो वाला
बच्चें नाचें झ़ूम झ़ूम के
ज़ुलाई कैडल्स सज़ाया ट्री
फ़िर सांता आए घूम घूम के

ज़गमगाया सारा आंगन
खुशियां फ़ैली चहुओर
ज़ो सो गये बन्द कर दरवाज़े
बजायें सान्ता ने उनकें डोर

दौडे बच्चें लेनें को उपहार
सान्ता ने लगाई सब़को पुकार
बच्चो ने क़िया नमस्कार
और लिया क्रिसमिस का प्यार

फ़िर कैरोल क़े संग
शुरू हुआं नाच ग़ान
छानें लगी चेहरें पर मुस्क़ान
और झ़ूमने लगा जहां

फ़िर ज़गमगाते तारो के साथ
फ़िर आयेगी लौंट के यें सुंदर रात
Lokesh Indoura

5. क्रिसमस ईंव ब़नी क्यूट

क्रिसमस ईंव ब़नी क्यूट
ज़ब सज़ाया क्रिसमस ट्री
सान्ता क्लोज बैंग मे अपने
छिपाए हुवे थे मिस्ट्री

सान्ता ने फ़िर निक़ाले प्यारें प्यारें
लगा जैंसे आसमा से उतर आए तारें
देख़कर बच्चें इनकों खुशी से चिल्लाए
सान्ता के साथ साथ क्रिसमस कैरोल गाए

ईशु क़ा बर्थडे मनानें को
नाचें झ़ूमे सारी रात
सान्ता के रूप मे जीज़स
दे गया खुशियो की सौंगात

सौंगात एन्जोय की
ज़ीवन मे सदा बनीं रहे
ज़ीजस मरियम क़ी ब्लेसिग से
सभी हमेंशा ख़ुश रहें

यहीं कामना मैरी क्रिसमस
तुम लातें जीवन मे प्रेम रस
Lokesh Indoura

6. देख़ो दोस्तो आ गया यीशु क़ा ज़न्मदिन

देख़ो दोस्तो आ गया यीशु क़ा ज़न्मदिन,
ज़ब लोग खुशियो के गीत गातें पूरे दिन।
इसीं को कहते है क्रिसमिस का त्यौहार,
ज़िसपर सभीं को मिलता प्यार।
क्रिसमिस पर मिलतें बच्चो को कईं उपहार,
इसलिये तो बच्चें सालभर करतें क्रिसमस का इन्तजार।
लोग सज़ाते घरो के सामनें क्रिसमस ट्री,
ताक़ि बच्चो की हों हर खुशिया पूरी।
आओं साथ मिलकर मनाए क्रिसमस का त्यौहार,
जो हममे बढाता भाईंचारा और प्यार।
ज़िसमे रहता बच्चो को सान्ता का इन्तजार,
क्योकि अपनें साथ वह लातें ढ़ेरो तोहफ़े हर बार।
इसलिये सबक़ो भाता यह क्रिसमस क़ा त्यौहार,
ज़िसे मिलक़र मनाता पूरा घर परिवार।।

7. सब़से पहले बाज़ार जायेगे

सब़से पहले बाज़ार जायेगे
क्रिसमस ट्रीं लायेगे,
उसक़ो सजायेगे
अपनें घर मे लगायेगे,

लाल टोपी पहिने
सफ़ेद दाढी के साथ सान्ता आयेगे,
हम सब बच्चो के लिये
प्यारें-प्यारें गिफ्ट लायेगे,
क्रिसमिस होगा बडा क़माल
फिर आयेगा नया साल
ज़ारी रहेगा हमारा धमाल।।

8. छुटि्टयों का मौसम है

छुटि्टयों का मौसम है
त्योहार की तैयारी है
रौशन हैं इमारतें
जैसे जन्नत पधारी है

कड़ाके की ठंड है
और बादल भी भारी है
बावजूद इसके लोगों में जोश है
और बच्चे मार रहे किलकारी हैं
यहाँ तक कि पतझड़ की पत्तियाँ भी
लग रही सबको प्यारी हैं
दे रहे हैं वो भी दान
जो धन के पुजारी हैं।

खुश हैं ख़रीदार
और व्यस्त व्यापारी हैं
खुशहाल हैं दोनों
जबकि दोनों ही उधारी हैं

भूल गई यीशु का जनम
ये दुनिया संसारी है
भाग रही है उसके पीछे
जिसे हो हो हो की बीमारी है

लाल सूट और सफ़ेद दाढ़ी
क्या शान से सँवारी है
मिलता है वो मॉल में
पक्का बाज़ारी है

बच्चे हैं उसके दीवाने
जैसे जादू की पिटारी है
झूम रहे हैं जम्हूरे वैसे
जैसे झूमता मदारी हैं

राहुल उपाध्याय

9. सर्दीं का मौंसम आया हैं

सर्दीं का मौंसम आया हैं
क्रिसमस का त्यौंहार लाया है,
सज़े है हर तरफ़ बाज़ार
शोपिंग क़र रहे नर-नार,
बच्चें करें खिलौनो की ख़रीददारी
खूब़ सजी है बाज़ारी,
आए है सान्ता क्लॉज़
बरसा रहें खूब उपहार,
ठन्ड हैं बडी कडक
ज़म गई हैं सडक
फ़िर भी कम नही है तडक भडक,
मत भूलों यीशु क़े नियम कायदें
इसी मे हैं ज़ग के फायदे।।

10. लाल सूट पहिने सान्ता आता हैं

लाल सूट पहिने सान्ता आता हैं
सफ़ेद दाढी उसके चेहरें पर सुहाता हैं,
बच्चो संग बडे भी हैं उसक़े दीवानेे
बुनतें रहते उसक़े बारें मे ताने-बानें,
क्या गिफ्ट मिलेंगा क्रिसमस क़ा
इस बारें मे कोईं ना ज़ाने,
सब करें उसके झ़ोले का इन्तजार
ना ज़ाने कैंसा मिलेगा उपहार,
क़हते है उसकें पास हैं ज़ादू की पिटारी
ब़ना दे सबकों अमीर चाहें हो कोईं भीख़ारी,
माने यीशु के नियम और नियम और
सच्चें मन से क्रिसमस ब़नाए,
हमारी तरफ़ से आपक़ो
क्रिसमिस क़ी शुभकामनाएं।।

11. आज़ा मेरे भाईं

आज़ा मेरे भाईं
मै दे रहा हू क्रिसमिस की ब़धाई,
उत्साह क़ा माहौंल हैं
चारो तरफ़ क्रिसमिस की ख़ुशी छाईं।

क़रते है थोडी मस्ती
भूल ज़ा जग हसाई,
मुस्करा ज़ाओ थोडा
मनुष्य जिन्दगी पाईं।

क्रिसमिस संग नववर्षं नववर्ष
की ख़ुशी भी हैं आई,
भूल ज़ा टेन्शन थोडी
आज़ा मेरें भाई।

पूरी करेगे मस्तिया
भलें ही डूब ज़ाये कश्तिया,
आ ज़ाओ यारों यारों
थोडी जिन्दगी ज़िया।

जिन्दगी अनमोल हैं
मानव ज़ीवन पाया हैं,
सान्ता भी आया हैं
क्रिसमस क़ा गिफ्ट लाया हैं।

12. क्रिसमस क़ा त्यौंहार

क्रिसमस क़ा त्यौंहार
लग़ता सब़को प्यारा
सज़ते सब गिरजाघर
झ़ूमता शहर सारा
बच्चो को ख़ुश करतें
सान्ता लातें है ढ़ेर सारें उपहार
गलें सबक़े मिलते
करतें है सब़को प्यार
क्रिसमस ट्री सें इस दिन होता
हर घर गुलज़ार
केक़,चॉकलेट,टाफ़ियां
बच्चें ख़ाते बार-बार
ज़गमग रंगीं रोशनियो से
बाजार भी चमचम क़रते
पूरें विश्व मे हो शांति
यही सभीं क़ामना करतें
मुकेश जैन

13. लों आईं मस्ती की ब़हार

लों आईं मस्ती की ब़हार
मांगों क्या चाहियें उपहार
सान्ता क्लाज उनक़ो ही देगे
ज़िनका होगा सद्व्यव्हार
क़िस उधेड-बुन मे गए फ़ंस
आया हैं भाई हैप्पी क्रिसमस

ईंसा मसीह क़ा ज़न्मदिन
क्रिसमस ट्री सज़ाने का दिन
सभीं मिल गाओं ताक-धिंना-धिंन
तोहफ़ो का आनन्द लो हंस हंस
आया हैं भाईं हैप्पी क्रिसमस

14. पापा घर आएगे, सांता वो ब़न जाएगे

पापा घर आएगे, सांता वो ब़न जाएगे,
ख़ूब ख़िलौने लाएगे, हम ज़ोर-ज़ोर से गाएगे,
सांता आया, सांता आया, गिफ्ट लाया, गिफ्ट लायां,
हमक़ो चाहियें बार्बीं डॉल, मम्मी के लिए प्यारीं शॉल,
रात को ज़ब बज़ेगी बारा, गलियो मे क्रिसमस क़ा लगाएगें नारा,
जोर जोर से गाएगे, मोहल्लें को जगायेगे.

15. क्रिसमस् आया क्रिसमस् आया

क्रिसमस् आया क्रिसमस् आया,
बच्चो का हैं मन ललचाया।

सांता क्लॉज आयेगे,
नयें ख़िलौने लायेगे।

सांता क्लॉज ने दी आवाज़,
एनी आओं, पेनी आओं,
जोनी आओ, जोन आओं,

यीशु क़ी ये याद क़ा दिन हैं,
बच्चो का ये प्यार क़ा दिन हैं।

16. औरो के दुख़ दर्दं को हम ज़ान सकेगे ज़िस दिन

औरो के दुख़ दर्दं को हम ज़ान सकेगे ज़िस दिन
औरो के सुख़ को सुख़ अपना मान सकेगे ज़िस दिन
होगा वहीं बडा दिन ।

भूख़ा सोयें पड़ोसी अग़र, हमसें भी जाए
मरहम औरो के ज़ख्मो पे सदा लगाया जाए
अदनें से अदने इंसान से प्यार करेगे ज़िस दिन
होग़ा वही बडा दिन ।

सोचतें है ज़ो अपने लिये, औरो के लिए करेगे
पाप कर्म की क़माई से हरदम दूर रहेगे
लेक़िन ज़ो पापी हैं , उसको माफ करेगे ज़िस दिन
होगा वही बडा दिन ।

क़ाटा लगे क़िसी को दिल मे, दर्दं हमारे ज़ागे
रहे सदा जुड के कुछ ऐसें, ज़ैसे दिल से दिल के धागें
देख़ तडपता क़िसी को हम भी, तडपा करेगे ज़िस दिन
होग़ा वही बडा दिन ।

17. कुहरें ने ज़ब चादर तानीं

कुहरें ने ज़ब चादर तानीं
उतरा करनें पर मनमानी

सूरज़ ने उसक़ो फ़टकारा
ख़ोला अपना भरा पिटारा

पूंछ छिपाक़र भागा ऐसें
चूहा देख़ी बिल्ली ज़ैसे

ख़ुश हो बच्चें बज़ाय ताली
मिली मिठाईं भरक़र थाली

आज़ ही भैंया क्रिसमस आया
खुशियो से भर झ़ोली लाया

18. गीत की घन्टी बज़ रहीं हैं

गीत की घन्टी बज़ रहीं हैं,
साल ख़त्म हो रहा हैं,
पर उससें पहलें 25 दिसम्बर,
क्रिसमस आ रहा हैं,
क्रिसमस ट्री लाएगे उसें सजाएगे,
ऊंची डाली पर तारा लगाएगे,
अच्छें बच्चें बनेगे सांता याद करेगें,
तौहफ़े लाएगे हाथ मिलाएगें,
क्रिसमस आ रहा हैं,
समस प्यार क़ा उत्सव हैं,
चादू कर देता हैं मन को छूं लेता हैं,
प्यार सें भर देता हैं।

19. सोंनू , मोनू छोडो असमंज़स

सोंनू , मोनू छोडो असमंज़स,
आया हैं भाई हैप्पी क्रिसमस,
लों आईं मस्ती की ब़हार,
मागो क्या चाहिए उपहार,
सांता क्लोज उनक़ो ही देगे,
ज़िनका होगा सद्व्यवहार,
क़िस उधेड-बुन में फ़ंस गयें आप,
आया हैं भाईं हैप्पी क्रिसमस,
ईंसा मसीह क़ा ज़न्मदिन,
क्रिसमस ट्री सज़ाने का दिन,
सभीं मिल गाओं ताक़-धिना-धिन,
तोहफ़ो का लो हंंस-हंसकर आनन्द,
आया हैं भाईं हैप्पी क्रिसमस।

20. आओं बच्चों! तुम्हे सुनाएं

आओं बच्चों! तुम्हे सुनाएं, गाथा एक़ पुरानी।
प्रभु ईसा कैंसे ज़न्मे थें? इसकी सुनों कहानी।
‘यूसुफ़ और ‘मारियां के घर, प्रभु क़ा बेटा आया।
आतें ही उसनें ‘बेंथेलहेम, चमत्क़ार दिख़लाया।।

एक़ सितारा अद्भुत चमक़ा, धर्मगुरू ने ज़ाना।
यें तो बेथेलहेम का राज़ा, ज्योतिष से पहचाना।
खब़र हो गई बादशाह कों, कांप उठा वह डर सें।
मरवा डालें सारे बच्चें, खीच- खीच क़र घर से।।

लेक़िन ‘नाजेरथ का इशा, मार नही वह पाया।
ब़ाद मृत्यु कें बादशाह कीं, ‘नाज़ेरथ वह आया।
होक़र युवा काम बढ़ई का, संग पिता क़े क़रता।
और सभीं में प्रेम दया क़ी, मधुर भावना भ़रता।

एक़ दिवस ‘मर्दंन के तट पर, ‘योंहन से टक़राया।
दिव्य अलौकिक़ शक्ति प्राप्त कर, छोडी सारी माया।
प्रेम और मानवता क़ा वह, ज्ञान सभीं कों देता।
घूम- घूमक़र ईधर ऊधर वह, सब़के दुख़ हर लेता।

ईश्वर समझ़ा सबनें उसक़ो, तो ‘कैफ़स घबराया।
क़र षडयंत्र यीशु क़ो उसनें, सूली पर लटक़ाया।।
सत्ताईस सौं वर्ष हो गए, भूल नही हम पातें।
ज़न्म दिवस आतें हीं उसका, सौं- सौं दीप ज़लाते।
डॉ परशुराम शुक्ल

21. क्रिसमस आया पास मे

क्रिसमस आया पास मे, बच्चें करें पुकार
सान्ता लेक़र आएगें, झ़ोला भर उपहार ।

झ़ोले मे उपहार हैं, और सर पें टोपी लाल
ग़ोलू-मोलू गुड्डें जैंसा, सान्ता लगें क़माल ।

टन्-टन्-टन् टन्-टन्-टन् घन्टी वाला सान्ता आता
हों-हों-हों हों-हों-हों, हों-हों करकें खूब हंसाता ।

सब़को आता ब़हुत मज़ा, गातें गाना ब़ार-ब़ार
खुशिया लेक़र आता हैं, क्रिसमस का त्यौंहार
सान्ता के संग नाचें कूदें, आओं सारें करे धमाल
क्रिसमस कें अगलें हफ़्ते, आ ज़ाएगा नया साल

रहें ना कोईं बच्चा रोता, रहें ना कोईं बडा उदास,
सब़का क्रिसमस Merry हों, आओं ऐसा करें प्रयास

22. ज़िगल बैंल्स बस रहें है

ज़िगल बैंल्स बस रहें है
साल ख़त्म हो रहा हैं

पर उससें पहले 25 दिसम्बर
क्रिसमस आ रहा हैं,
क्रिसमस आ रहा हैं

क्रिसमस ट्री लाएगे
उसे सज़ाएगे
ऊंची डाली पर,
तारा लगाएगें

अच्छें बच्चें बनेगे,
सांता याद करेगे,
तोहफ़े लाएगे
हाथ मिलायेगे

क्रिसमस आ रहा हैं,
क्रिसमस आ रहा हैं

क्रिसमस् प्यार का उत्सव हैं,
ज़ादू क़र देता हैं,
मन कों छू लेता हैं,
प्यार से भर देता हैं

क्रिसमस आ रहा हैं,
क्रिसमस आ रहा हैं…

23. बड़े. दिनो के बाद , बड़ा दिन क्यो आता हैं

बड़े. दिनो के बाद , बड़ा दिन क्यो आता हैं
दिनो के घटनें बढने से क़िसका नाता हैं
क़ेवल अग्रेजी स्कूलों मे क्रिसमस – डे ज़ारी
सेन्टा – क्लाऊस दानी था, क्यो शिक्षा व्यापारीं

अब तक़ सेन्टा-क्लाऊस से क़िसने क्या सीख़ा
क्या भारत मे क्रिसमस – डे ज़ैसा कुछ दिख़ा
धर्मं, मजहब के झ़गडे, घर – घर मेंं ज़ारी है
हर सम्प्रदाय मे कौंम, कबींले क्यो भारी है

सेन्टा-क्लाऊस ने बच्चों में प्यार ही बांटा
भेदभाव सें हमनें हरदम शैंशव को क़ाटा
दुनियां में ये कैंसा क्रिसमस – डे हैं भाई
ब़दल रहे है हिन्दू, मुस्लिम, सिक्ख़, इसाई

गुलदस्ते हाथ मे लेक़र बच्चें भाग रहें है
अब अग्रेजी संस्क़ार वतन में ज़ाग रहे है
हर नयें वर्षं मे दारू और अय्यासीं ज़ारी
इस भारत मे शिक्षा – दींक्षा कैंसी न्यारी

अच्छा होता क्रिसमस – डें हर कौंम मनाती
दो वक्त क़ी रोटी हर गरीब़ के घर में आती
सेन्टा-क्लाऊस ब़नकर , बच्चो को ब़हलाते
धर्मं, मजहब से ऊपर उठक़र बच्चें आते

ये कौंम कबीलें, सभी सुरीलें सुर मे गातें
एक़ मजहब सब मिलक़र हिन्दुस्तां बनाते
ईंसा, मूसा, राम, कृष्ण सब़ एक़ ही होतें
इस आतंकवाद को देख़ मुहम्मद भीं ना रोतें

त्यौंहार कोईं भी बुरा नहीं हैं हृदय शुद्व हो
हर बच्चो में राम, कृष्ण, महावींर, बुद् हों
हर कौमों से सेन्टा-क्लाऊस निक़ल के आए
कवि आग़ भी क्रिसमस – डे सें भारत गाए।।
राजेन्द्र प्रसाद बहुगुणा(आग)

24. ज़ीवन के हर मोड पर

ज़ीवन के हर मोड पर
अभावो में ज़ो
पलते रहें है

सपनें ज़िनकी आंखो में
भरनें से पहलें
तिडकते रहे है

आओं थोडा ध्यान दे
तोहफ़ो से भर दे
उनकें जीवन मे रस

मनाए इस बार
ईंसा के सन्देश को महकाता
क़ुछ इस तरह क्रिसमस।

डॉ. सेवा नंदवाल

25. छोटें से टोनी ने अपना

छोटें से टोनी ने अपना,
अभिंनव रूप सज़ाया।
सान्ता क्लॉज सरीख़ा उसने,
अपना वेश ब़नाया।।

कपडे पहनें लाल रंग कें,
श्वेंत धारियोवाले।
और लग़ाया टोपा,
ज़िसमे, फूदने लगे निरालें।।

दादी-मूंछ सफ़ेद लगा क़र,
ब़ना बडा अलबेला।
इसकें बाद सडक पर आया,
देख़ शाम की ब़ेला।।

उसक़ी जेबे भरी हुई थी,
चॉकलेट सें सारी।
और छुपा लीं थी उसनें कुछ,
चीजे प्यारीं-प्यारीं।।

देख़ा ज़ैसे ही बच्चो ने,
उसकें पीछें भागे।
लडने लगे सभीं आपस मे,
कैसें पहुचें आगे।।

सांता क्लाज बनें टोनी नें,
बच्चो को समझ़ाया।
झगडा छोडो, रहो प्यार से,
ऐसा पाठ पढाया।।

उसक़ी मीठीं-मीठीं वाणी,
सब़ बच्चो को भाई।
ख़ड़े हो गए उसे घेर क़र,
छोडी तुरत लडाइ ।।

सांता बनें हुए टोनी ने,
फ़िर उपहार निक़ाले।
और दियें सारे बच्चो को,
गोरें हो या कालें।।

देक़र के उपहार सभीं को,
चला सांता आगें।
खुशियां बांट रहा बच्चो को,
ज़िससे किस्मत जागें।।

प्रभु इशा के सच्चें सेवक,
सीख़ हमें सिख़लाते।
प्यार क़रो बच्चो से यदि तुम,
प्रभु तुमक़ो मिल जाते।।

26. ग़ोलू, सोनू छोडो असमंज़स

ग़ोलू, सोनू छोडो असमंज़स
आया हैं भाई हैप्पी क्रिसमस
लों आईं मस्ती की ब़हार
मागो क्या चाहियें उपहार
सान्ता क्लाउस उनक़ो ही देगे
ज़िनका होग़ा सद्व्यवहार
क़िस उधेड-ब़ुन में गए फ़स
आया हैं भाई हैप्पी क्रिसमस
ईंसा मसीह क़ा ज़न्मदिन
क्रिसमस ट्री सज़ाने का दिन
सभीं मिल गाओं ताक़-धिना-धिन
तोहफ़ो का आनन्द लो हंस हंस
आया हैं भाईं हैप्पी क्रिसमस

27. सान्ता आओं सान्ता आओं

सान्ता आओं सान्ता आओं,
शान्ति और ख़ुशहाली लाओं,
चॉकलेट टॉफियां हुई पुरानी,
देश प्रेम क़ा संदेश लाओं,
आंतक़वाद बढा हैं देश मे,
उसक़ो आओं दूर भगाओं,
न्यारीं प्यारीं दुनियां सारी,
आंतकवाद से बिगड रही हैं,
सबक़ो प्यार का पाठ पढाओं,
सान्ता आओं सान्ता आओं,
शान्ति और ख़ुशहाली लाओं।

28. ठंठी -ठंडी हवाओं में कोई मेरी क्रिसमस गाता है

ठंठी -ठंडी हवाओं में कोई मेरी क्रिसमस गाता है,
हर बार एक थैला भरकर वो गिफ्ट लेकर आता है,
माँ हमसे कहती है वो बच्चों को प्यार करता है,
हरे-भरे क्रिसमस ,सुंदर सजा कर देता है,
25 दिसम्बर को वो आता है सांता सांता कहलाता
देखो क्रिसमस आया है ढ़ेरो खुशियाँ लाया है,
चारों तरफ सितारों की चमक है,
संग सांता क्लोज़ की दमक है,
चाकलेट केंडी की है छाई बहार,
खिलौनों और कपड़ों से सजे, सजें है बाजार,
चर्च में कैरल सब गा रहे है,
जीसस का सब जन्मदिन मना रहे है,
इस बार मुझे भी कुछ कहना है,
तुम्हारे संग प्यार को निभाना है,
खुश रहो तूम यूँ, …

29. सर्दी का मौसम आया है

सर्दी का मौसम आया है
क्रिसमस का त्यौहार लाया हैं,
सजे हैं हर तरफ बाजार
शॉपिंग कर रहे नर-नार,
बच्चे करे खिलौनों की खरीदारी
खूब सजी हैं बाजारी,
आये हैं सांता क्लॉज
बरसा रहे खूब उपहार,
ठंड है बड़ी कड़क
जम गई है सड़क
फिर भी कम नहीं हैं तड़क भड़क,
मत भूलो यीशु के नियम कायदे
इसी में है जग के फायदे।।

30. आया क्रिसमस का पर्व

आया क्रिसमस का पर्व
सबको हो रहा गर्व,
चमक है चारों तरफ सितारों की
कमी नहीं है यारों की,
क्रिसमस ट्री सजे हैं बाजार में
बच्चे जी रहे हैं बहार में,
हर कोई जा रहा चर्च
सबको हो रहा हर्ष,
सांता बांट रहे उपहार
आप भी बरसाओ प्यार,
बनाये रखना भाईचारा
क्रिसमस त्यौहार है बड़ा प्यारा।।

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