Hindi Poem For Class 1 – आपको इस पोस्ट में Hindi Rhymes For Class 1 के हिन्दी की बाल कविताएँ दी गई हैं. यह सभी Hindi Poem For Class 1 की कविताएँ बिल्कुल आसान और सरल भाषा में हैं. इन्हें बच्चे आसानी से याद कर सकते हैं.
यह हिन्दी की बाल कविताएँ वर्ग 1, 2 और 3 के लिए भी उपयोगी हैं. यहाँ पर दी गई सभी Hindi Rhymes For Class 1 बहुत ही लोकप्रिय हैं.
हिन्दी की बाल कविताएँ, Hindi Poem For Class 1, Hindi Rhymes For Class 1
(1) आलू कचालू बेटा
आलू कचालू बेटा कहाँ गए थे,
बन्दर की झोपडी में सो रहे थे,
बन्दर ने लात मारी रो रहे थे,
मम्मी ने प्यार किया हंस रहे थे,
पापा ने पैसे दिए नाच रहे थे,
भैया ने लड्डू दिए खा रहे थे….
(2) गोल गोल यह लाल टमाटर
गोल गोल यह लाल टमाटर
होते जिससे गाल टमाटर
खून बढ़ाता लाल टमाटर
फूर्ति लाल लाल टमाटर
स्वास्थ्या बनाता लाल टमाटर
मस्त बनाता लाल टमाटर
हम खाएँगे लाल टमाटर
बन जाएँगे लाल टमाटर.
(3) मेरी प्यार माँ तू कितनी प्यारी है माँ – Hindi Poems for Class 1
मेरी प्यार माँ तू कितनी प्यारी है माँ
जग है कांटों की सेज तू फुलवारी है
तेरी वजह से मैं इस जग में आया
तूने मुझे जीना सिखाया
माँ तू मुझे अच्छी अच्छी बातें है सिखाती
करूं जो मैं शैतानी तो डांट भी लगाती
तेरी ममता के साये में बीता मेरा बचपन
आशीष दे माँ तेरी सेवा में हो मेरा यह जीवन अर्पण
(4) अक्कड़ बक्कड़ बम्बे बो – Hindi Poem For Class 1
अक्कड़ बक्कड़ बम्बे बो,
अस्सी नब्भे पूरे सौ,
सौ में लगा धागा,
चोर निकल के भागा….
(5) बंदर के पास था एक खिलौना
बंदर के पास था एक खिलौना
संभाल उसे वो रखता था
खेलने से पहले भाई हाथ धो लेना
सबसे यही वो कहता था
(6) मेरी बिल्ली रानी है – Hindi Kavita for Class 1
मेरी बिल्ली रानी है
लेकिन बड़ी सयानी है।
दिन भर घर में घूमती है
चूहों को भी मार भगाती है।
मम्मी जब दूध रखती है
झटपट आकर पीती है।
(7) नानी मेरी नानी – Hindi Poem For Class 1
नानी मेरी नानी
सारे जग से सयानी।
रोज सुनाती कहानी
कभी राजा कभी रानी
उनको याद जुबानी।
जब भी कोई तंग करता
डांट लगाती पुरानी।
(8) आम है फलों का राजा – Hindi Rhymes For Class 1
आम है फलों का राजा
उसको खाते सब कोई ताजा
पापा जब भी बाजार जाते
ढेर सारे आम लाते
आम फल का राजा है
मैं पापा का राजा हूं
छोटा सा हूं , मोटा सा हूं
गोदी में सबके खेलता हूं।
(9) चंदा मामा आए हैं – Hindi Poem For Class 1
चंदा मामा आए हैं
रात भी हो गई है
तारों का आसमान है
टिमटिम टिमटिम तारे हैं
आंगन में डली चारपाई है
कहानियों की शामत आई है।
(10) तितली होती रंग – बिरंगी
तितली होती रंग – बिरंगी
फूलों पर घूमती डाली – डाली।
कोई लाल , कोई हरी ,होती कोई काली।
इतना कोमल इतना सुंदर
सब बच्चों लगती प्यारी।
हाथ किसी के नहीं आती
घूमती दुनिया सारी। ।
(11) सावन जब आता है – पहली क्लास की कविताएं
सावन जब आता है
खूब मजा आता है।
चारों ओर हरियाली होती
पेड़ों पर खुशियाली होती।
दादुर , मोर , पपीहा गाते
मेंढक उछलकर नाच करते।
कोयल ऊंचे तान सुनाती
घूम – घूम कर सगुन बजाती।
(12) रोज आकर लड़ाई करती – Hindi Rhymes For Class 1
रोज आकर लड़ाई करती
मम्मी से लड़कर खाना मांगती
थोड़ा भी देर हो जाता है
मिलकर शोर मचाती है।
डांट लगाती जोर-जोर से
मम्मी की शामत आती है।
पापा जब खाना डालते
नाच नाच कर खाती है।
कुछ अपने लिए कुछ बच्चों के लिए
जेब भर के ले जाती है।
(13) Hindi Poem for Class 1 – काली कोयल बोल रही है
काली कोयल बोल रही है,
डाल-डाल पर डोल रही है।
कुहू कुहू का गीत सुनाती,
कभी नही मेरे घर आती।
आमों कि डाली पर गाती,
बच्चों के दिल को बहलाती।
कूक-कूक कर किसे बुलाती,
क्या अम्मा की याद सताती?
यदि हम भी कोयल बन जाते,
उड़ते फिरते, गीत सुनाते।
पुष्पा शुक्ला
(14) Class 1 Poem Hindi – बिल्लो नहीं दवाई खाती
बिल्लो नहीं दवाई खाती,
कैसे होगी ठीक।
सारे दिन आती रहती है,
जोर-जोर से छींक।
बंदरिया उसको समझाती,
डांटा करती हैै।
पर बंदरिया से भी बिल्लो,
जरा न डरती है।
(15) Hindi Poems for Class 1 – कुहू कुहू कोयल है गाती
कुहू कुहू कोयल है गाती,
सबको मीठे राग सुनाती।
कौआ कहता कांव-कांव,
तुम भी आना मेरे गांव।
कहे कबूतर गुटुर-गुटुर गूं,
चलो खेलते, छुपा-छुपा छू।
टांय-टांय तोता कहता है,
लाल-हरी मिर्ची खाता है।
ची-ची-ची चिड़िया है चहकी,
सुबह हो गई सबको कहती।
सेवती चक्रधारी
(16) Hindi Kavita for Class 1 – मेरे आंगन आओ चिड़िया
मेरे आंगन आओ चिड़िया,
मीठे गान सुनाओ चिड़िया।
खीर बनाई है अम्मा ने,
तुम भी आकर खाओ चिड़िया।
फुदक-फुदक कर टहनी टहनी,
अपना नाच दिखाओ चिड़िया।
धरा कटोरी में है पानी,
अपनी प्यास बुझाओ चिड़िया।
पंख नहीं है मेरे फिर भी,
उड़ना मुझे सिखाओ चिड़िया।
संग सहेली अपनी आकर,
सब का जी बहलाओ चिड़िया।
मिलजुल कर सब को रहना है,
ऐसा पाठ पढ़ाओ चिड़िया।
राजेन्द्र निशेश
(17) Class 1 Hindi Poem – हे माता सरस्वती
हे माता सरस्वती,
दे दो हमको थोड़ा ज्ञान।
कभी थकें न कभी रुकें न,
भले बुरे का रख लें ध्यान।
इधर उधर की बाधा हर लो,
जहाँ जायें, पाएँ सम्मान।
पढ़ लिख कर हो जाएँ बड़े,
हो सबको हम पर अभिमान।
हे माता सरस्वती,
दे दो हमको थोड़ा ज्ञान।
सुहानी यादव
(18) पहली क्लास की कविताएं – लड़े एक दिन बड़े जोर से
लड़े एक दिन बड़े जोर से,
बंदर और बंदरिया।
रूठा बंदर भागा घर से,
बिना कहे चुपचाप।
बैठ रेल में पहुंचा दिल्ली,
समझन पाया बात।
भाग-भागकर लोग सभी थे,
बस-ऑटो में चढ़ते।
और गाड़ियां दौड़ रही थीं,
इधर-उधर सरपट से।
समझा बंदर ने आफत कोई,
दिल्ली में है आई।
भागा बंदर भी झट घर को,
आपस की भूल लड़ाई।
दिनेश लखेड़ा
(19) Hindi Poem for Class 1 – हाथी ने अपनी शादी में
हाथी ने अपनी शादी में,
पाजामा सिलवाया
नाप लिया बंदर मामा ने,
उन्हें पसीना आया।
बोला-इसमें लग जाएंगे,
पूरे दो थान।
हाथी बोला एक थान में,
मामा जाओ मान।
बंदर बोला, नहीं-नहीं फिर,
पाजामा सिलवाओ।
उसे पहनकर धूमधाम से,
ब्याह रचाने जाओ।
नवीन चतुर्वेदी
(20) Class 1 Poem Hindi – गाँव में एक मदारी आया
गाँव में एक मदारी आया,
संग अपने बंदर वो लाया।
बंदर ने नाच तमाशा दिखाया,
उछल-कूद कर सबको हँसाया।
इधर-उधर, चहका फुदका,
कभी सीधा खड़ा कभी लुड़का।
सबके मन को खूब भाया,
मदारी संग ऐसा बंदर लाया।
वैष्णवी मोहन
(21) Hindi Poems for Class 1 – मेरे आंगन आओ चिड़िया
मेरे आंगन आओ चिड़िया,
मीठे गान सुनाओ चिड़िया।
खीर बनाई है अम्मा ने,
तुम भी आकर खाओ चिड़िया।
फुदक-फुदक कर टहनी टहनी,
अपना नाच दिखाओ चिड़िया।
धरा कटोरी में है पानी,
अपनी प्यास बुझाओ चिड़िया।
पंख नहीं है मेरे फिर भी,
उड़ना मुझे सिखाओ चिड़िया।
संग सहेली अपनी आकर,
सब का जी बहलाओ चिड़िया।
मिलजुल कर सब को रहना है,
ऐसा पाठ पढ़ाओ चिड़िया।
राजेन्द्र निशेश
(22) Hindi Kavita for Class 1 – रंग-बिरंगी प्यारी तितली
रंग-बिरंगी प्यारी तितली,
पंख हिलाती आती तितली।
हाथ किसी के लगे न तितली,
फुर्र फुर्र उड़ जाती तितली।
पंख हिलाती आती तितली,
हाथ किसी के लगे न तितली।
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