Honesty Poem in Hindi – दोस्तों यहाँ पर आपको कुछ बेहतरीन ईमानदारी पर कविता दिया गया हैं. ईमानदारी एक ऐसा गुण होता हैं. जो एक दुसरे पर विश्वास को मजबूत बनाता हैं. और जीवन में विपरीत प्रस्थिति में भी साहस देता हैं. जिस देश के लोग ईमानदार होते हैं. वह देश लगातार प्रगति की ओर बढ़ते रहता हैं. इसलिए हमें भी ईमानदारी को अपनानी चाहिए. जिससे खुद का और देश का भी विकाश हो सके.
अब आइए Honesty Poem in Hindi को पढ़ते हैं. यह सभी Honesty is The Best Policy Poem in Hindi आपको ईमानदार बनने के लिए प्रेरित करेगी. इन Hindi Poem on Truth and Honesty को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें.
ईमानदारी पर कविता, Honesty Poem in Hindi
1. Honesty Poem in Hindi – ईमानदारी है ये कोई बेईमानी नहीं कि
ईमानदारी है ये कोई बेईमानी नहीं कि
जिधर खोजोगे उधर ही ये मिल जाएगा
ये हीरा है हवा का कोई कीड़ा नहीं
जो इतनी आसानी से मिल जाएगा
बातें करने में इसके कोई पाबंदी नहीं
हर जुबां से इसे सुनने को मिल जाएगा
बड़ा अनोखा है पर ऐसा हीरा है ये
खोजते हैं औरों में पर खुद रखते नहीं।
ईमानदारी एक अनमोल हीरा ही तो है
जो न खानों में दबी है न दुकानों में सजी है
चंद दिल हैं जहां में जहाँ मिलती है ये
जिनके दम से ही अब तक संभली दुनिया है ये
जो मालिक हैं इसके वो ही सबसे गरीब हैं
कीमत भी जिसकी चुकाते वही हैं
इसलिए खुदा की नज़र में वो ही सबसे अमीर हैं।
Rajeev Singh
2. ईमानदारी पर कविता – है इस जगत में कोई सच्चाई
है इस जगत में कोई सच्चाई ।
कोई कोई करे इसमें भलाई।।
सच्चे मार्ग पर चलने वाले,
दुःख पाते हैं पर वही जीत जाते हैं।
लाखों बाधा पार करे सच से ही
बस वार करे हर झूठ हराते है।।
संजय
3. Honesty is The Best Policy Poem in Hindi – मैं ईमानदार हूं
मैं ईमानदार हूं,
वर्तमान में मैं
नहीं रह गया
दमदार हूं।
टूटते हुए मूल्य
दम टूटते हुए संस्कार
कराह-कराह कर ये
कह रहे हैं पुकार के
ईमानदारी और नैतिकता
गुजरे जमाने की चीजें हैं
वर्तमान में ये बन गईं
आउटडेटेड चीजें कमीजें हैं।
जीवन के ये अनामित चित्र
रह गया है न कोई हमारा मित्र
सिहर-सिहर कर सिमट-सिमटकर
तिल तिल में घुट-घुटकर
यह यह कथा सुनाता हूं
वर्तमान युग में मूल्यों के
अवमूल्यन की गाथा गाता हूं।
राकेशधर द्विवेदी
4. Hindi Poem on Truth and Honesty – ईमानदारी से देश का मान बढ़ जाता है
ईमानदारी से देश का मान बढ़ जाता है
ईमानदारी से ही देश का विकास हो जाता है
खुद की प्रगति ईमानदारी में ही है
देश की प्रगति भी ईमानदारी में ही है
खुद का नाम ईमानदारी से ही है
देश का नाम भी ईमानदारी में ही है
देश की शान ईमानदारी से ही है
देश का प्रकाश ईमानदारी से ही है
ना जाने कैसा ये बुलबुला आ गया
देश में ईमानदारी का बुलबुला आ गया
देश की प्रगति का सिलसिला आ गया
मानवता की मुहिम का सिलसिला आ गया
भ्रष्टाचार के खिलाफ एक जज्बा आ गया
देश में ईमानदारी का बुलबुला गया
माता पिता गुरु सभी संबंध मजबूत हो जाते हैं
इमानदारी से ही देश के संबंध मजबूत हो जाते हैं
ईमानदारी से देश का मान बढ़ जाता है
ईमानदारी से ही देश में प्रकाश छा जाता है
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