Jalane Wali Shayari – दोस्तों आज के इस पोस्ट में आपको कुछ Jalane Wali Shayari का संग्रह दिया गया हैं. आइए इसे पढ़ते हैं. हमें उम्मीद हैं की आपको यह सभी Dushman Jalane Wali Shayari पसंद आयगी. इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें.
जलाने वाली शायरी, Jalane Wali Shayari
(1) जलने वाले की दुआ से ही बरकत है,
वरना अपना कहने वाले तो याद भी नहीं करते।
(2) किसी की कामयाबी से कभी जलना नहीं,
क्योंकि बड़े महलों के नीचे भी कब्रिस्तान होते हे।
(3) जलन होती है ग़ालिब इन हवाओ से,
कमबख्त ये भी उसे छू कर चलती हे।
(4) आप ईर्ष्या की आग में जल रहे है,
अगर दूसरो को दुःख में देखकर खुश हो रहे है
(5) आग से जल जाना उतना तकलीफ नहीं देता है,
जितनी तकलीफ़ एक ईर्ष्यालु व्यक्ति पाता है
(6) आज कल लोग आग से कम,
दूसरे के चेहरे पे ख़ुशी देखकर ज्यादा जलते हैं।
(7) ना किसी से जलन, ना किसी से कोई होड़,
मेरी अपनी मंजीलें,मेरी अपनी दौड़।
(8) बहुत से सवाल उठ रहे हैं,
हमारी खामोशी पर सब्र रखो,
जलने वालों से लेकर चाहने वालों तक,
सबको जवाब मिलेगा।
(9) जिनके पास ज्ञान होता है, वो हर बार गिरकर संभलते हैं,
जिनके पास ज्ञान नहीं होता, वो जलन की भावना से जलते हैं।
(10) दुख नहीं होता जब पतझड़ में पत्ते झड़ जाते हैं,
जलन में दुख होता है, जब दोस्त आगे बड़ जाते हैं।
दुश्मनों को जलाने वाली शायरी
(11) मैं दिया हूँ मेरी फितरत है उजाला करना
और वो समझते है मज़बूर हूँ जलने के लिये
(12) किसी से न ईर्ष्या है, किसी से नहीं है होड़,
अपनी मेरी मंजिल है, और अपनी मेरी दौड़।
(13) अभी ज़िन्दगी ने तुझे मोके दिए है,
खेल ले जितना खेलना है,
मेरा वक़्त आने पर बताऊंगा की खेलते कैसे हैं।
(14) इतना गुमान मत रखो गोरे रंग का
हम दूध से ज़ादा चाय के दीवाने हैं।
(15) ज़िन्दगी का उसूल बना लो
जलने वालो की और जला दो
(16) जो खुद कुछ कर नहीं सकते
वो डरते हैं की कोई कुछ ना कर जाए।
(17) ना शहर रह जाएंगे ना गांव होंगे,
एक दूसरे से जलकर तो बस घाव होंगे।
(18) ये जलने वाले तो जलते ही रहेंगे,
वो रोकने की कोशिश करेंगे हम चलते ही रहेंगे।
(19) ये जो अफवाहें फैलते हैं एक दिन खुद कहानी हो जाएंगे,
मेरी कामियाबी से जलने वाले एक दिन खुद पानी-पानी हो जाएंगे।
(20) कमाल करते हैं हमसे जलन रखने वाले भी
महफ़िले खुद की सजाते हैं और चर्चे हमारे करते हैं
किसी को जलाने वाली शायरी
(21) तानों की तारें टूट कर तार-तार हो जाएगी,
मेरी एक जीत से इनकी हार हो जाएगी।
(22) बड़ी-बड़ी बातें इनकी मुझे बस ख़ाक ही लगती है,
क्यूंकि कामियाबी देख औरों की ज़माने वालों को आग ही लगती है।
(23) जलने लगा हैे जमाना सारा
क्योकि चलने लगा है अब टाइम हमारा
(24) लोग आज कल अपने ग़मों से नहीं
दूसरों की खुशियों से ज्यादा परेशान है।
(25) जो तू देख रहा मुझमें वह सिर्फ वहम है
जो तू देख नही पायेगा मुझमें वही मेरा अहम है
(26) इस बात से लगा लेना मेरी शक्शियत का अंदाजा
वो लोग मुझे सलाम करते है जिन्हे तू सलाम करता है।
(27) मुझसे नाराज रहने वाले लोग
अक्सर ज्यादा नज़र रखते है मुझ पर
(28) कामयाबी किसी के जलन होने से नहीं रूकती
इसलिए बेहतर है की खुश हो और सहयोग करे
(29) ख़ुदा सलामत रखे उन आँखों को
जिनमे आजकल हम चुभते बहुत हैं।
(30) उसके रोगो की कोई दवा नहीं है
जो जलता हे तरक्की देखकर लोगों की।
Logo Ko Jalane Wali Shayari
(31) महसूस तब हुआ जब सारा शहर मुझसे जलने लगा
तब समझ मे आया कि साला अपना भी नाम चलने लगा
(32) संतोष रखने वाले थोड़े में ही सुख पाते हैं,
और लालची लोग उन्हें देखकर जल जाते हैं।
(33) माना कि तुम्हे भौंकना आता है,
लेकिन अगर औकात के बाहर भौंका
तो याद रखियो मुझे ठोकना भी आता है
(34) आँखों में तूफान सीने में जलन क्यों है
इस शहर में हर शक्श
इतना परेशान सा क्यों है।
(35) जिगर वालो का डर से कोई वास्ता नहीं होता
हम कदम वहा रखते है जहाँ कोई रास्ता नहीं होता
(36) राज तो हमारा हर जगह पर है,
पसंद करने वालो के दिलो में
न पसंद करने वालो के दिमाग में।
(37) अरे दुश्मनो की तो बात ही छोडो,
हमसे तो अपने ही जलते हैं।
(38) जलते रहना जलने वालो का काम है
मगर हमने ठान लिया हे चलते रहना है।
(39) न जाने कब दूसरों के लिए खुशी
जलन में बदल जाती है
(40) तुमसे अच्छे तो मेरे दुश्मन निकले,
हर बात पर कहते हे की, तुझे नहीं छोड़ेंगे।
Dushman Jalane Wali Shayari
(41) शांत रहो और मुस्कुराते रहो
यह उन लोगों को जलाने के
लिए काफी है जो आपसे ईर्ष्या करते हैं।
(42) ये वक़्त वक़्त की बात है जनाब
आज धुप में सुकून है
तो कल इसी धुप से तुम्हे जलन होगी
(43) वो हमें खाक में मिलाने चले हैं,
इस कदर राख में मिलाने चले हैं,
इतने बेसबर हैं मेरे दुश्मन,
की खुद को ही अब मिटाने चले हैं।
(44) नमक मिला रहे हैं सगे जख्म की दवाइयों में,
नज़र आती है अब मुझे जलन बधाइयों में।
(45) खुद से ही जीतने की ज़िद है
खुद को ही हराना है
मैं भीड़ नहीं हूँ दुनिया की
मेरे अंदर एक ज़माना है।
(46) चलो तुम जलना शुरू करो
में खुश होने जा रहा हूँ।
(47) जो जलते रहे ताउम्र किसी और से
उनका घर खुद का कभी रोशन ना हुआ।
(48) जिगर वालो का डर से कोई वास्ता नहीं होता,
हम कदम वहा रखते है जहाँ कोई रास्ता नहीं होता
(49) उडी जो हवा जलन नफरत और खुदगर्ज़ी की
आँचल हवाओ का मेला हो गया राह में चलते चलते
(50) रहते है उखड़े उखड़े दूसरों से
जो खुद कुछ उखाड़ नहीं पाते।
Jalane Wali Shayari
(51) बाजार मे जीने का अलग ही मजा है,
लोग जलना नही छोड़ते और
हम मुस्कुराना नही छोड़ते हैं।
(52) आंसुओ को केह दो की कोई और आँख धुंढ ले
हम तो अंगारो पर भी मुस्कुरा कर चलते है।
(53) आ ही गए हैं वो दिन बदनसीबी के,
की जलने लगे है अपने क़रीबी ही क़रीबी से।
(54) मैं वो खेल नहीं खेलता जिसमे जीतना फिक्स हो
क्युकी जीतने का मज़ा तभी है जब हारने का रिस्क हो।
(55) तू क्या हमारी बराबरी करेगा पगले
हमारे तो नींद में भी खींची हुई
फोटो भी लोग DP लगाते है।
(56) नफरत करने वाले आपको पानी पर चलते हुए देखेंगे
और कहेंगे कि ऐसा इसलिए है क्योंकि आप तैर नहीं सकते।
(57) कुछ देर की ख़ामोशी है फ़िर कानों में शोर आयेगा
तुम्हारा तो वक़्त आयेगा हमारा तो दौर आएगा।
(58) दोस्त तुम्हारे खून में सिर्फ जलना लिखा है
और हमारे खून में सिर्फ जलाना
(59) उन लोगों पर ध्यान दें जो
आपके जीतने पर ताली नहीं बजाते।
(60) ज़िन्दगी जीते है शान से
तभी तो दुश्मन जलते है
हमारे नाम के नाम से।
(61) दूसरों पे जलने वाले हम नहीं और
हम पे जलने वाली लोग कम नहीं।
(62) मुझे मेरी औकात बताने का शुक्रिया
तुम्हें तुम्हारी औकात वक़्त बताएगा।
(63) मत करो मेरी पीठ के पीछे बात जाकर कोने में
वरना पूरी जिंदिगी गुज़र जाएगी रोने में।
(64) जलन यह अंतिम अहसास है कि
आपका जीवन अस्त-व्यस्त है,
इसलिए आप दूसरों से
जलन करना शुरू कर देते हैं।
(65) माना की तेरी एक आवाज़ से भीड़ ही जाती है
लेकिन हमारी एक ललकार से भीड़ बिखर जाती है।
(66) कुछ न करने से उलझन होती हे खुद को,
और कुछ कर जाने से जलन होती हे दुसरो को।
(67) जलन जीवन को कमजोर कर देती है,
सूरज की रोशनी में बर्फ के टुकड़े की तरह
(68) ताने लोगों के कभी मीठे राग नहीं बन सकते,
ये जलने वाले कभी आग नहीं बन सकते
(69) मुझपे जलने की जमाने को सजा दी जाए
मैं बहुत खुश हूं ये अफवाह उड़ा दी जाए।
(70) आप किसी को जलन महसूस करने से नहीं रोक सकते,
लेकिन आप उनकी जलन पर ध्यान न देने का विकल्प चुन सकते हैं
(71) जो हमें सफलता का आशीर्वाद देते थे
आज वे हमसे जलने लगे हैं।
(72) जलने वाले जलते रहो
जलना तुम्हारा काम है
हम भी तुम्हे भुजने नहीं देंगे
क्योंकि यह हमारा काम है।
(73) वैसे तो पूरी दुनिया हमारी दीवानी है,
हाँ भूल गए है कुछ लोग औकात अपनी,
वक्त रहते उन्हें उनकी औकात याद दिलानी है !
(74) जलने वाले जलते रहो जलना तुम्हारा काम है,
हम भी तुम्हे बुझने नहीं देंगे,
क्योंकि यह हमारा काम है !
(75) हम नफरत भी हैसियत देखकर करते है,
प्यार तो दूर की बात है !!!
यह भी पढ़ें:-
नफरत शायरी
एग्जाम शायरी
भगत सिंह शायरी
मुश्किल वक्त शायरी
मौसम शायरी
आपको यह जलाने वाली शायरी पोस्ट कैसी लगी अपने Comments के माध्यम से ज़रूर बताइयेगा। इसे अपने Facebook दोस्तों के साथ Share जरुर करे।