Matlabi Duniya Shayari in Hindi – इस पोस्ट में Matlabi Shayari in Hindi का बेहतरीन संग्रह दिया गया हैं. हमारे जीवन में सभी रिश्तों का एक खास महत्व होता हैं. जैसे – दोस्त, भाई, माँ, पिता, बहन, पति – पत्नीं इन सभी रिश्तों का हमारे जीवन में अलग – अलग महत्व हैं. सभी रिश्तों को अच्छी तरह से निभाना आसान नहीं होता हैं. लेकिन कुछ रिश्ते ऐसे होते हैं. जो सिर्फ मतलब के लिए ही होते हैं. जब उनका काम मतलब पूरा हो जाता हैं. तब वह रिश्ते को तोड़ देते हैं.
यह कहना कोई गलत नहीं होगा की इस समय दुनिया मतलबी हो चुकी हैं. यह एक अटूट सत्य हैं. इस समय दुनिया में लोग किसी से बिना मतलब के तो मिलना भी नहीं चाहते हैं. बस सभी अपना – अपना एक दुसरे से काम निकालना चाहते हैं. लोग इस समय निजी स्वार्थ में इतना लिप्त हो गए हैं. जिसकी वजह से उनके पास रिश्तों की कोई अहमियत नहीं रह गई हैं. आजकल अपने मतलब के लिए लोग खून के रिश्तों को भी इस्तेमाल करने से नहीं चुक रहें हैं.
दोस्तों आइए अब कुछ Matlabi Duniya Shayari in Hindi में पढ़ते हैं. हमें उम्मीद हैं की यह सभी Matlabi Shayari in Hindi आपको पसंद आएगी. इस Shayari on Matlabi Insan को अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें.
मतलबी दुनिया शायरी, Matlabi Duniya Shayari in Hindi
(1) भुला देंगे तुम्हे भी जरा सब्र तो कीजिए
आपकी तरह मतलबी होने में जरा वक्त लगेगा !!
(2) मुझको छोड़ने की वज़ह तो बतादे
मुझसे नाराज़ थे या मुझ जैसे हजारो थे !!
(3) कुछ यूँ हुआ कि.जब भी जरुरत पड़ी मुझे
हर शख्स इतेफाक से.मजबूर हो गया !!
(4) जरूर एक दिन वो शख्स तड़पेगा हमारे लिए…
अभी तो खुशियाँ बहोत मिल रही है उसे मतलबी लोगो से.
(5) अभी मतलबी होने ही जा रहे थें,
के तभी मेरी बदनसीबी मुझे याद आ गयी।
(6) सम्भल के चलना दोस्त इस मतलबी दुनिया के मखमली रास्तों पर,
यहा बर्बाद करने के लिये प्यार का सहारा भी ले लेते है लोग।
(7) मतलबी इस दुनिया में ,
मतलबी तु भी बन,
चलता अगर साथ कोई ,
साथ उसके तु भी चल।
(8) मतलबी लोगों का दौर है यारों,
यहां देख कर भी अनदेखा करते हैं हज़ारों।
(9) नादान था दिल मेरा इसलिए उसको भी नादान समझ लिया,
वो तो इंसानी भेष में एक मतलबी शैतान था।
(10) निकल गया मतलब या और कोई काम लोगे,
बदनाम तो हो ही गये हैं और कितना नाम लोगे।
Matlabi Duniya Shayari in Hindi
(11) इस शहर के लोग बहुत मतलबी है,
टूटते तारे को देख अपने लिए कुछ नायाब मांगते है।
(12) घड़ा भी पहले अपनी प्यास बुझाता है,
कौन है यहां जो मतलबी नही है।
(13) हुस्न के साथ मतलबी नकाब निकलता है,
अक्सर चमकता सोना खराब निकलता है।
(14) मेरी मासुमीयत पर हंसते हैं,
मतलब निकालने वाले,
खुद को बहुत समझदार समझते हैं ,
ये शहर में रहने वाले।
(15) हाँ बहुत मतलबी हूँ मैं भी इश्क़ में,
चाहता हूँ मैं वो जो नहीं है मिरा।
(16) इस दौर ए जमाने ने मौज और मतलब को दे दिया प्यार का नाम,
दफन हो कर रह गयी किताबो मे सच्चे प्यार कि दास्तान।
(17) आशना होकर भी अजनबी से लगे,
इस दफ़ा तुम भी मतलबी से लगे।
(18) मदद करने से मैं घबराने लगा हूँ,
समझते हैं लोग मैं मतलबियों का सगा हूँ।
(19) कैसे कह दूँ इश्क मतलबी है उसका,
उसे मुझसे कोई फायदा भी तो नहीं है।
(20) देखो सब को अपनी तलब लगी है,
भीड़ बहुत है लेकिन सब मतलबी है।
Matlabi Shayari in Hindi
(21) ऐसी मतलबी दोस्ती की जरूरत नहीं,
जो वक़्त और माहौल के साथ बदलती हो।
(22) मेरी दुनिया का हर शख्स मतलबी निकला,
घर एक आईना था बस वही वफादार निकला।
(23) दिल-ए-मासुम ऐतबार कर लेता है थोडा प्यार पा कर,
तोड देती है दिल मेरा दुनिया मतलब निकाल कर।
(24) दिलों में मतलब और जुबान से प्यार करते हैं,
बहुत से लोग दुनिया में यही कारोबार करते हैं।
(25) इश्क़ बेमतलब ही सही,
पर मतलबी लोगो से हुआ।
(26) उनका मतलबी होना भी पसंद है हमें,
मतलब से ही सही याद तो करते हैं हमें।
(27) मतलबी दुनिया का किस्सा बड़ा पुराना हैं,
यह हर शख्स खूबसूरत चीजों के पीछे दीवाना है।
(28) सब मतलब की यारी है,
यही दुनिया की सबसे बड़ी बीमारी है।
(29) खर्च कर दिया खुद को,
कुछ मतलबी लोगो पर,
जो हमेशा मेरे साथ थे,
सिर्फ मतलब के लिए।
(30) सबूतों की ज़रूरत पङ रही है
यानी रिश्तों मे दूरी बढ़ रही है
Matlabi Log Shayari
(31) कितनी ही शिद्दत
से निभा लो रिश्ता दिल का
बदलने वाले बदल ही जाते हैं
(32) कुछ रिश्ते मुनाफा नहीं देते…!
पर ज़िन्दगी जरूर अमीर बना देते हैं …!!
(33) ख़ुशी हुई ये जानकर की अब आप मेरी जिंदगी में नहीं हो
वरना तो आपके रिश्ते ने हमे भी मतलबी बना दिया था।
(34) बदलती इस दुनिया के साथ हर रिश्ता बदल रहा है
जहां अपनों की जीत पर कोई अपना जल रहा है
(35) मतलबी है वो हर रिश्ता जो बेवफाई करता है
जो सामने अच्छी अच्छी बातें ……
मगर पीठ पीछे बुराई करता है।
(36) ए खुदा जब तूने रिश्ते बनाना सीखा ही दिया था
तो फिर मतलब के लिए इन्हे तोडना क्यों सिखाया
(37) जहां तक सोच भी ना पहुंच सके
वो काम कर जाते है
मतलबी रिश्ते …….
भरी महफ़िल में यूँही बदनाम कर जाते है।
(38) मतलबी रिश्ते है सभी और मतलबी नाते है
यहां अपनों की आड़ में ……
अपने ही धोखा दे जाते है।
(39) जिनकी दुआ किया करते है हजारों में
वहीं बेचते है रिश्ते बाजारों में
(40) साजिशे हजार करलो मगर
मुझे भुला ना पाओगे
मतलबी कह कर छोड़ने वाले
एक दिन बड़ा पछताओगे
Matlabi Duniya Shayari
(41) जानता था गलती थी मगर
थोड़ा नाराज़ हो के रह जाते
गर प्यार की क़दर ही होती
तो मतलबी कह कर तो ना जाते
(42) अपनी दुनिया मानता था में उनको
पर फिर भी उन्होंने दिल तोड़ दिया
खुद के स्वार्थ के खातिर मुझे ……..
मतलबी कह कर छोड़ दिया।
(43) बड़ा दर्द होता है मुझे ये जानकर
की अब वो
प्यार भुला बैठे है वो मुझे मतलबी मानकर।
(44) कैसे करूँ भरोसा यारों के प्यार पर
जब ये दोस्त ही उछलते अपनों की हार पर
(45) दोस्ती करने के उनके अंदाज बोहोत है
मगर छिपे इसमें मतलब के राज़ बोहोत है
(46) मतलबी दुनिया में आपकी इज्जत उतनी ही है
जितनी इन्हे आपकी जरूरत है
(47) वादे कर बड़े मुकर जाते है
मतलबी दुनिया वाले
मतलब के लिये मर जाते है।
(48) ना कोई कस्ती ना कोई किनारा
मतलबी है दुनिया मतलबी जग सारा
रिश्तों की डोर का अब ना कोई सहारा
मतलबी लोगो का मतलब का भाईचारा
(49) प्यार से अपना कह कर मतलब के लिए आती है
अपनों के लिबाज़ में ये दुनिया जख्म दे जाती है।
(50) इस दुनिया से कहीं दूर चले जाने को जी चाहता है
मतलबी दुनिया में ना रह कर मर जाने को जी चाहता है
Shayari on Matlabi Insan
(51) विश्वास का गला घोट आज…….
में भी मतलबी बनके जी रहा हु
इस तुच्छ से स्वार्थ के लिए
मतलबी लोगो को अपना अपना कह रहा हूँ।
(52) जिनको हमने इस दिल में बसा रखा था
उनका नाम तो मतलबी लोगो में आ रखा था।
(53) भरोसे की आड़ में उन्होंने मुझे बहुत सताया है
मतलबी लोगों की तरहा शायद
मतलब के लिए उन्होने मुझे अपना बनाया है।
(54) जिसे हमने अपना खुदा माना वो ही बड़ा मतलबी और खुदगर्ज निकला।
(55) मतलबी लोगो की मीठी बातें ओह
ये तो सिर्फ एक दिखावा है।
चाहे आप भी उन्हें आजमालो
आपको भी धोखा मिलेगा ये मेरा दावा है।
(56) विश्वास की डोर एक धोखे से तोड़ जाते है
मतलबी लोग की फितरत है की …..
वो अपनों को बीच रस्ते में छोड़ जाते है।
(57) दुनिया का उसूल हैं जब तक काम है तब तक नाम हैं वरना दूर से ही सलाम हैं |
(58) मतलबी दुनिया में मतलब एक अफ़साने हैं
ज़रूरत पड़े तो लोगों के पास सिर्फ़ बहाने हैं।
(59) दुःख दर्द ग़म आँसू और फ़रियाद है
पता नहीं इस दुनिया में कितने लोग आज़ाद हैं।
(60) ऐ दिल तू क्यों रोता है ये दुनिया है यहाँ ऐसा ही होता हैं ।
(61) ग़म में भी मुसकराना पड़ता है ये दुनिया है यहाँ दर्द को भी छुपाना पड़ता है।
(62) मतलब की दुनिया में कौन किसी का होता है धोखा वहीं देता है भरोसा जिस पर होता है।
(63) जब से देखी हैं हमने दुनिया करीब से लगने लगे हैं सारे रिश्ते अजीब से।
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