सर्कस पर कविता, Poem On Circus in Hindi

Poem On Circus in Hindi – दोस्तों इस पोस्ट में कुछ सर्कस पर कविता का संग्रह दिया गया हैं. हमें उम्मीद हैं की यह सभी कविता आपको पसंद आएगी. इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर करें.

सर्कस पर कविता, Poem On Circus in Hindi

Poem On Circus in Hindi

1. सर्कस पर कविता

सर्कस भी क्या सर्कस है
अच्छे अच्छे बेबस हैं

जंगल के जो राजा थे
मानव के आगे वे शेर
सेवक बनकर घूम रहे
देखों यह किस्मत का फेर

बंदर बाजा बजा रहा
हाथी नाच दिखाता है
श्वान साइकिल तेजी से
घेरे में दौडाता है

मैना बग्घी में बैठी
तोता उसकों खींच रहा
घोडा दो पैरों पर चलता
कैसा अचरज हुआ यहाँ

लड़का रस्सी पर चलकर
खेल अनोखे दिखलाता
जोकर अपने करतब से
सबके मन को खुश करता

अजब अजूबा सर्कस हैं
सबका प्यारा सर्कस हैं

2. Poem On Circus in Hindi

होकर कौतूहल के वश में,
गया एक दिन मै सर्कस में।

भय-विस्मय के काम अनोखे,
देखे बहु व्यायाम अनोखे।

एक बड़ा-सा बन्दर आया,
उसने झटपट लैंप जलाया।

झट कुर्सी पर पुस्तक खोली,
आ तब तक मैना यूँ बोली।

हाजिर है हुजूर का घोड़ा,
चौंक उठाया उसने कोड़ा।

आया तब तक एक बछेरा,
चढ़ बंदर ने उसको फेरा।

एक मनुष्य अंत में आया,
पकड़े हुए सिंह को लाया।

मनुज-सिंह की देख लड़ाई,
की मैंने इस भांति बड़ाई।

कहीं साहसी जन डरता है,
नर-नाहर को वश करता है।

मेरा एक मित्र तब बोला,
भाई तू भी है बस भोला।

यह सिंही का जना हुआ है,
किन्तु सियार यह बना हुआ है।

यह पिजड़े में बंद रहा है,
कभी नहीं स्वछन्द रहा है।

छोटे से यह पकड़ा आया,
मार-मारकर गया सिखाया।

अपने को भी भूल गया है,
आती इस पर मुझे दया है।

3. Short Poem on Circus

मेरे शहर में आया सर्कस
मुझको प्यारा है सर्कस
मम्मी डैडी मुझे ले चलो
घूमना है मुझे सर्कस

बंदर भालू देखूंगा
नाच उनका मैं देखूंगा
खुशी खुशी में सबके संग
अब तो में झूमूंगा

शेर को देखूंगा
डर डर के मैं हंसूगा
मेरे शहर में आया सर्कस
मुझको प्यारा है सर्कस

4. दुनिया एक सर्कस है प्यारे

दुनिया एक सर्कस है प्यारे,
यहां जोकर बनके हम सब हारे,
न किसी ने हमें है अपनाया,
न कोई हो सका है पराया ।।

दुनिया एक सर्कस है प्यारे,
यहां बदले हैं किरदार सारे,
हर किरदार की अलग है माया,
हर किसी ने किसी को फसाया।।

दुनिया एक सर्कस है प्यारे,
रिश्तो के करतब है न्यारे,
हर रिश्ते ने है आजमाया,
जरूरत में खूब है हसाया।।

दुनिया एक सर्कस है प्यारे,
यहां है सब के दिलो पे ताले,
हंटर सबने दिलो पे चलाया
किसी ने न दिल से लगाया,

दुनिया एक सर्कस हैं प्यारे,
यहां जोकर ही जी रहे हैं सारे।।

-Dewansh(बिट्टू)

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